नागपुर: महावितरण की लापरवाही और लेटलतीफी के कारण कन्हान के पास पिपरी, टेकाड़ी और गाडेघाट के सैकड़ो किसान पिछले 4 महीनों से बिना बिजली के अपने खेतों का कार्य तो कर ही रहे है. इसके साथ ही खेतो में बनाएं गए घरों में अँधेरे में रहने को मजबूर है. जानकारी के अनुसार कुछ अज्ञात चोरो ने बीते अप्रैल महीने में इस परिसर के इलेक्ट्रिक पोलों से तार चुरा लिया था. करीब 90 हजार रुपए का तार चुराया गया था. तार के चुराए जाने के बाद से ही परिसर की बिजली व्यवस्था ठप्प पड़ी हुई है. खेत के मालिक और किसानो ने यहां की बिजली आपूर्ति शुरू करने के लिए कई निवेदन और शिकायत मंत्रीयो और कन्हान के महावितरण के अधिकारियों से कर चुके है. लेकिन अभी तक किसी ने भी इनकी समस्या को सुलझाने का प्रयास नहीं किया है. परिसर में ही दिनेश गोलानी का भी खेत है.
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया की अप्रैल महीने से कई बार महावितरण के चक्कर लगा चुके है. लेकिन अधिकारी केवल टालमटोल कर रहे है. उन्होंने जानकारी दी की फेसबुक और ट्विटर के माध्यम से भी बड़े बड़े नेताओ को इसकी जानकारी वे दे चुके है लेकिन किसी भी तरह का प्रतिसाद उनकी तरफ से नहीं मिला है. गोलानी का कहना है कि अभी बारिश थी तो ठीक है लेकिन अगर कुछ दिन और बारिश नहीं हुई तो बिना बिजली के पूरी फसल खराब हो जाएगी. उनका कहना है की जब वे महावितरण के ऑफिस गए तो उन्हें अधिकारियो की ओर से कहा गया कि सौर ऊर्जा पम्प ले ले. इसके लिए गोलानी ने 1 महीना पहले पैसे भी भरे है. बावजूद इसके अभी तक इन्हे पम्प नहीं दिया गया है. उनका कहना है कि कन्हान महावितरण की तरफ से यहां के किसानों को हजारों रुपए का बिजली का बिल भेजा जाता है. जबकि मोटर का उपयोग केवल खेत में पानी छोड़ने के लिए ही होता है. इस पुरे मामले में उन्होंने और परिसर के अन्य किसानों ने भी महावितरण के अधिकारियो के खिलाफ नाराजगी जताई है.