-केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बैठक में कहा
नागपुर: नागपुर की मेट्रो एक स्टैंडर्ड गेज मेट्रो है. भारतीय रेल्वे के ब्रॉडगेज मार्ग पर मेट्रो कोचेस चलाकर नागपुर के निकटवर्ती सॅटेलाइट सिटीज़ के साथ नागपुर को जोड़ना इस प्रस्तावित ब्रॉडगेज रेल्वे प्रकल्प का मुख्य उद्देश्य है. यदि इस ब्रॉड गेज परियोजना में रेलवे कोचों का स्वामित्व निजी निवेशकों को दिया जाता है, तो यह निवेशकों, प्रवासियों, भारतीय रेल, महामेट्रो और एम.एस.एम.ई के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
यह राज्य में पहला ऐसा प्रकल्प है जो आर्थिक दृष्टकोण से व्यावहारिक है और इसका अनुकरण पूरे देश में होगा, यह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को नागपुर में कहा. महामेट्रो, केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के अंतर्गत विकास संस्था नागपुर की संयुक्त पहल से ब्रॉडगेज रेल्वे मेट्रो के लिए निवेशकों की बैठक का आयोजन किया गया.
गडकरी ने कहा कि प्रस्तावित ब्रॉड गेज मेट्रो स्टेशन के चलते नागपुर के निकटवर्ती सैटैलाइट टाऊन्स जैसे काटोल, भंडारा, वर्धा, अमरावती, नरखेड, रामटेक, वर्धा को आसानी से नागपुर से जोड़ा जा सकता है. भारतीय रेल के ब्रॉड गेज रेल्वे लाईन पर उपलब्ध प्लॅटफॉर्म, सिग्नल व्यवस्था पहले से ही तैयार है. अतः इस प्रकल्प में केवल मेट्रो के रोलिंग स्टॉक की आवश्यकता होगी. ऐसे कोचेस की कीमत आम तौर पर 30 करोड़ रुपए होती है.
इस ब्रॉड गेज रेलवे की गति 120 किमी प्रति घंटा है और इससे नागपुर से अमरावती तक की दूरी में डेढ़ घंटे जैसे कम समय सीमा में तय करना संभव होगा. ब्रॉड गेज मेट्रो में हवाई जहाज़ की तरह इकॉनोमी और बिज़नेस क्लास की सुविधाएं उपलब्ध होंगी और यात्री मनोरंजन, खानपान आदि का लुत्फ़ उठा सकेंगे. इस बैठक में महा मेट्रो के एम.डी. डॉ. ब्रिजेश दिक्षित, एम.एस.एम.ई विकास संस्था के संचालक पी.एम .पार्लेवार उपस्थित थे.