अवनि की मौत पर शोर मचाने वालों को स्थिति का अंदाजा नहीं
नागपुर : यवतमाल में टी 1 बाघिन अवनि की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार के आदेश के बाद अवनि को मारा गया। जिसके बाद वनमंत्री के इस्तीफ़े की लगातार विरोधियों द्वारा उठाई जा रही है। इन माँगो के बीच केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने वन मंत्री को हाँथी की संज्ञा देते हुए एक मुहावरें “हाँथी चले बाज़ार कुत्ते भोंके हजार” का उदहारण दिया था। गड़करी के इस बयान का प्रतिउत्तर देते हुए ब्रम्हपुरी से कांग्रेस के विधायक विजय वड्डेटीवर ने कहाँ है क़ी गड़करी राजा है वह कुछ भी कह सकते है। ये बात तो फिर भी उन्होंने सभ्य तरीक़े से कहीं है।
सोमवार को वड्डेटीवर नागपुर में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने यवतमाल में वन विभाग द्वारा मार गिराई गई बाघिन अवनि को लेकरकई गई कार्रवाई का समर्थन भी किया। उन्होंने कहाँ कि शहरों में बैठने वाले लोग जो खुद को प्राणी प्रेमी बताते है वो ऐसी बातें कर रहे है। उन्हें मूल स्थिति का अंदाजा ही नहीं है। झोला छाप एनजीओ के सदस्य को सीमेंट के जंगल में रह रहे है। उनके द्वारा इस तरह की बातें कहीं जाना हास्यास्पद है।
वो पार्टी की भूमिका से इतर विदर्भ में कांग्रेस के एक कार्यकर्ता के नाते जनता की भावना को बताने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहाँ कि वह वनमंत्री का समर्थन नहीं कर रहे है लेकिन गडचिरोली,चंद्रपुर और यवतमाल में लोग दहशत के साये में जीने को मजबूर है। उनके खुद के विधानसभा क्षेत्र में 34 गावों में लोग इस समस्या से जूझ रहे है। बाघिन को मारने के तरीके को लेकर उन की आपत्ति है लेकिन किसी इंसान या किसी किसान की जिंदगी से बढ़ कर बाघ की जिंदगी को महत्त्व दिया जाना उनकी भूमिका नहीं है। बीते 10 वर्षो में राज्य में 1.27 प्रतिशत वन क्षेत्र कम हुआ है।
वन मंत्री 13 करोड़ वृक्ष लगाने का दावा करते है। बावजूद इसके बीते तीन-चार वर्षो में 26 बाघ मारे गए है। अकेले चंद्रपुर गढ़चिरोली में 23 लोगो की जाने गई है अवनि ने 13 लोगो को अपना शिकार बनाया है। वनक्षेत्र से वन्यप्राणियों के बाहर न निकलने देने के लिए अन्य तरह की उपाय योजनाए की जा सकती है। वन मंत्रालय बड़ा है इसके लिए पुर्णकालिन मंत्री की आवश्यकता है। बाघों के संरक्षण की जिम्मेदारी सिर्फ विदर्भ पर लादना ठीक नहीं। पत्रकार परिषद में वड्डेटीवर के साथ प्रदेश प्रवक्ता अतुल लोंडे और नेता किशोर गजभिये उपस्थित थे।
नागपुर मनपा भ्रस्टाचार का अड्डा,पारदर्शिता लाने तुकाराम मुंडे को लाया जाये
विजय वड्डेटीवर ने नागपुर महानगर पालिका की खस्ताहालत पर राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहाँ की जनता पर जितना कर का बोझ है उतना देश के किसी शहर में नहीं है। विकास काम के लिए मिले पैसे का इस्तेमाल कर्मचारियों को तनख्वाह देने के ख़त्म हो रहा है। मुख्यमंत्री के शहर की मनपा का ऐसा हाल दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार को चाहिए कि मनपा को इस स्थिति से उबारने और प्रशासन में पारदर्शिता लाने के लिए तुकाराम मुंडे जैसे सक्षम ऑफिसर को लाये।