शेष ३८ मंत्रियों को बंगला खाली करने की आज तक मोहलत
महाराष्ट्र की सत्ता से बेदखल होने के बाद पूर्व मंत्रियों का बंगला मोह अब तक बरक़रार है.राज्य के ४३ में से नितिन राऊत सहित ५ मंत्रियों ने अपना बंगला छोड़ा है.वही पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण,उपमुख्यमंत्री अजित पवार,गृहमंत्री आरआर पाटिल समेत ३८ मंत्री बंगला मोह में फंस गए है.
महाराष्ट्र की पिछली सरकार में कांग्रेस और एनसीपी की आघाडी थी.चुनाव घोषित होते ही एनसीपी ने कांग्रेस से नाता तोड़ते हुए राज्यपाल के पास जाकर आघाडी की यारी पर पानी फेर दिया था. मजबूरन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को इस्तीफा देना पड़ा था.२८ सितम्बर २०१४ से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागु हुआ. विधानसभा चुनाव का परिणाम १९ अक्टूबर २०१४ को आने के बाद मंत्रियों ने बंगला नहीं छोड़ा। मंत्रियों का बंगला मोह देखते हुए राज्य सरकार ने आज ३१ अक्टूबर २०१४ तक बंगला खाली करने का मोहलत दिया है.
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्रियों में डॉ नितिन राऊत,सुरेश शेट्टी,पदमाकर वळवी,वर्षा गायकवाड़ आदि ५ पूर्व मंत्रियों ने बंगला छोड़ दिया है. मिस्टर क्लीन पृथ्वीराज चौहान इस मामले में अपनी छवि के अनुरूप चूक गए है. आरटीआई कार्यकर्ता संजय अग्रवाल के अनुसार यह तो इनके भ्रस्ट नैतिक आचरण का सर्वोत्तम उदहारण है. वही विदर्भ के पूर्व मंत्री डॉ नितिन राऊत की सकारात्मक पहल से जनमानस में सकारात्मक चर्चा का विषय बने हुए है.