नागपुर: विगत माह मनपा का पंचवर्षीय आम चुनाव संपन्न हुआ.चुनाव में भाजपा को ऐतिहासिक जीत मिली,उनके १०८ उम्मीदवार चुनकर आये,जिन्हें अब नगरसेवक के रूप में जाना जायेगा।वही कांग्रेस के २९,बसपा के १०,सेना के २ और १-१ क्रमश एनसीपी व निर्दलीय जीते।
इस आमसभा में पक्ष की ओर से २ नगरसेवक नागपुर सुधार प्रन्यास के विश्वस्त मनोनित किये जायेंगे।नियम के प्रावधान के अनुसार वैसे स्थाई समिति का अध्यक्ष नासुप्र का विश्वस्त एक वर्ष के लिए रहता आया है.मनपा में स्थाई समिति अध्यक्ष संदीप जाधव का चयन किया गया,उन्होंने पदभार भी संभाल लिए है.बतौर नासुप्र विश्वस्त की घोषणा मात्र औपचारिक रह गई है.इसके अलावा सत्तापक्ष की ओर से एक नगरसेवक का चयन नासुप्र विश्वस्त के रूप में किया जाता रहा है,इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए व जब तक नासुप्र मनपा में पूर्णतः समाहित नहीं हो जाती तबतक के लिए वर्त्तमान सत्तापक्ष की ओर से एक नगरसेवक के नाम बतौर विश्वस्त के रूप में घोषित की जाएँगी।सत्तापक्ष ही ओर से संभवतः उत्तर नागपुर या पूर्व नागपुर के किसी नगरसेवक का उक्त विश्वस्त पद के लिए चयन किया जा सकता है,अगर उत्तर नागपुर से चयन किया गया तो मुख्यमंत्री का अघोषित पार्टनर व प्रभाग १ का भाजपाई नगरसेवक वीरेंद्र कुकरेजा मनपा की ओर से नासुप्र विश्वस्त होंगा तो दूसरी ओर भाजपा ने महिलाओं को प्राथमिकता देने का मानस कायम रखा तो पूर्व नागपुर की वरिष्ठ नगरसेविका चेतना टांक का चयन किया गया तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होंगी।
इसी सभा में कांग्रेस अपने कोटे के ३ स्थाई समिति सदस्यों के नाम सार्वजानिक करेंगी।समझा जाता है कि कांग्रेस ने दक्षिण-पश्चिम,पश्चिम,उत्तर व मध्य के एक-एक प्रभागों की सम्पूर्ण सीटे जीती है,इन्हीं में से ३ नगरसेवकों का चयन किया जायेगा।यह भी चर्चा है कि भाजपा की तर्ज पर कांग्रेस भी अपने कोटे के ३ महिला नगरसेविकाओ को स्थाई समिति में भेजने पर मंथन कर रही है.
इन दिनों मनपा में यह भी चर्चा उफान ले रही है कि इस बार भी पुरानी परंपरा के हिसाब से इस दफे ४ भाजपा और १ कांग्रेस के नामजद सदस्य विभिन्न क्षेत्रों से चयन किये जायेंगे।
उल्लेखनीय यह है कि मनपा चुनाव की वजह से वर्ष २०१६-१७ का मनपा आयुक्त का ” रिवाइज बजट” अबतक नहीं पेश हो सका,संभवतः इससे मनपा प्रशासन को राहत मिली होंगी।
इस कार्यकाल में जनता को भारी-भरक्कम संपत्ति कर और जल कर का सामना करना पड़ सकता है,संपत्ति कर तो वैसे पिछले साल ही बढ़ा दिया गया था लेकिन सत्तापक्ष ने मनपा चुनाव के मद्देनज़र कर दाताओं तक बढ़ाये गए कर को पहुँचने नहीं दिया,इसका हर्जाना के रूप में बढ़ाये गए संपत्ति कर सह पिछले साल का बढ़ाये गए कर का बकाया इस बार भरना अनिवार्य किया जायेगा।
मनपा इन दिनों बड़े आर्थिक संकट के दौड़ से गुजर रही है,राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद राज्य व केंद्र सरकार से विभिन्न मद के तहत मिलने वाला अनुदान थम सा गया है.मनपा कर्मियों का बकाया वेतन सह ठेकेदारों का भुगतान रुका हुआ है,फिर भी खुद की पीठ थपथपाने के लिए सत्तापक्ष और प्रशासन सर्वांगीण विकास का खोखला दावा कर रहा है ?
आमसभा के अन्य विषय
आमसभा में मनपा अधिनियम के कलम 30 अंतर्गत विशेष समिति का गठन,परिवहन समिति का गठन सभापति ( संभावित अविनाश ठाकरे),स्मार्ट सिटी अभियान अंतर्गत स्पेशल पर्पस वेहिकल मंडल में 2 संचालकों( संभावित प्रवीण दटके व दयाशंकर तिवारी) की नियुक्ति की जाएँगी।
38 प्रभाग के लिए जोन हिसाब से विभाजन किया गया है। जोन 1-प्रभाग 16,36,37,38 जोन 2- प्रभाग 12,13,14,15 ज़ोन 3-प्रभाग- 31,32,34 ज़ोन 4-प्रभाग 17,33,35 ज़ोन 5- प्रभाग 27,28,29,30 ज़ोन 6- प्रभाग 8,18,19,22 ज़ोन 7-प्रभाग 4,5,20,21 ज़ोन 8-प्रभाग 23,24,25,26 जोन 9-प्रभाग 2,3,6,7 और ज़ोन 10-प्रभाग 1,9,10,11 इस विभाजन के प्रस्ताव को मंजूरी का प्रस्ताव है।
इसके अलावा महाराष्ट्र आग प्रतिबंधक व जीव सुरक्षा अधिनियम 2006 के प्रावधान के अनुसार सुधारित अग्निशमन सेवा शुल्क लागु करने सबंधित प्रस्ताव विषय पत्रिका में शामिल किया गया है।