बसों के मार्गों का पुनः नियोजन किया जाएगा – आयुक्त
नागपुर – देश में जिन जिन शहरों में सार्वजनिक बस सेवा संचलित की जा रही,सभी के सभी घाटे में चल रहे हैं।नागपुर में मनपा द्वारा संचालित सिटी बस सेवा सालाना 80 से 90 करोड़ के घाटे पर चलाई जा रही हैं। नागरिकों को नियमित सुविधा मिलती रहे इसलिए बसों के मार्गों का पुनः नियोजन किया जाएगा। उक्त विचार मनपायुक्त अभिजीत बांगर ने पत्रकारों से औपचारिक चर्चा के दौरान व्यक्त की।
उन्होंने आगे कहा कि मनपा सिटी बस सेवा सुचारू रूप से संचालन के लिए स्थाई परिवहन प्रबंधक नियुक्त करने का प्रयास जारी है। सालाना घाटे को कम करने के लिए सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों का संचलन जल्द शुरू किया जाएगा। सीएनजी निर्माण के लिए ‘ फ़ूड वेस्ट’ से का उपयोग किया जाएगा। इससे संबंधित सीएनजी निर्माण हेतु प्लांट लगाने पर विचार शुरू हैं। फिलहाल पुरानी स्टैण्डर्ड बसों को सीएनजी में परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया। यह जिम्मेदारी रॉमट समूह को सौंपा गया हैं। सीएनजी पंप स्थापित करने की प्रक्रिया जारी हैं। रॉमट ही सीएनजी पूर्ति व डीज़ल बसों को सीएनजी में परिवर्तित करेंगी।
राज्य सरकार की महिला बस तेजश्वीनी योजना के तहत नागपुर मनपा को प्राप्त हुई साढ़े 9 करोड़ रुपये से इलेक्ट्रिक बसें खरीदी गई,जिसका चार्जिंग स्टेशन हरिहर मंदिर के निकट तैयार किया जा रहा हैं, जिसका संचलन बस निर्माता कंपनी करेंगी।
शहर के सभी क्षेत्रों के नागरिकों को बस सुविधा मिले इसलिए सभी बसों का मार्ग पुनः नियोजन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी डिम्ट्स को दी गई हैं। आयुक्त ने यह भी कहा कि मेट्रो रेल से सिटी बस का कोई स्पर्धा नहीं हैं। मेट्रो स्टेशन से फीडर सेवा के रूप में सिटी बस सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
जिन क्षेत्रों में बड़ी बसें नहीं पहुंच रही,उन मार्गों पर मिनी बस शुरू की जाएंगी।
टिकट की रकम चोरी मामले में कड़क कार्रवाई हेतु पुलिस आयुक्त को पत्र लिखा गया,कि ऐसे कंडक्टरों के खिलाफ शिकायत मिलने पर मामला दर्ज किया जाए।