लेटलतीफी कामकाज के साथ गुणवत्ता की कमी
नागपुर: इन दिनों मनपा लोककर्म विभाग के अधीक्षक अभियंता कार्यालय काफी चर्चे में हैं.विभाग अंतर्गत आर्थिक गड़बड़ी,कामों में लेटलतीफी व गुणवत्ता न होने के कारण चौतरफा फटकार लग रही हैं.इसके बावजूद विभाग के मुखिया के कानों पर जूं नहीं रेंग रहे.
विभाग के विश्वसनीय सूत्रों की माने तो सम्पूर्ण शहर के सीमेंट सड़क निर्माण का कामकाज इसी विभाग के नेतृत्व में शुरू हैं.सीमेंट सड़क निर्माण का शहर के ठेकेदार कंपनी को न होने के कारण सीमेंट सड़क का काम हासिल करने के लिए स्थानीय ठेकेदार कंपनियों ने शहर के बाहरी दिग्गज कंपनियों के साथ ‘जेवी'(जॉइंट वेंचर) किया।फिर जॉइंट वेंचर की बैंकों में खाता खोली तब काम हासिल किया।अर्थात मनपा वित्त विभाग जिन ठेकेदारों का जॉइंट वेंचर खाता हैं,उनके जॉइंट वेंचर खाता में भुगतान करना था.लेकिन जानकारी मिली हैं कि सीमेंट सड़क फेज-२ के अंतर्गत एक जॉइंट वेंचर ठेकेदार का भुगतान दो में से किसी एक के खाते में भुगतान कर दिया,वह भी अधीक्षक अभियंता कार्यालय के मिलीभगत से.इस मामले की सूक्ष्म जाँच होनी अतिआवश्यक हैं.
उक्त विभाग का एक अन्य मामला प्रकाश में आया कि राज्य सरकार या ‘डीपीसी’ निधि से होने वाले काम लोककर्म विभाग अंतर्गत ठेका काम पूर्ण होने के बाद भुगतान हेतु प्रस्ताव जोन के कार्यकारी अभियंता के हस्ताक्षर बाद सीधे फाइल वित्त विभाग जानी चाहिए लेकिन इन सभी फाइलों को अधीक्षक अभियंता कार्यालय अपने कार्यालय में मंगवा रहा,जो गैरकानूनी हैं.
लोककर्म विभाग के अधीक्षक अभियंता कार्यालय जिन ठेकेदारों का काम पूर्ण और भुगतान की स्थिति में फाइल पहुँच चुकी हैं,इसी कार्यालय के २ कर्मी जो ऑनलाइन का कामकाज देख रहे हैं,वे आयुक्त,अधीक्षक अभियंता के नाम सामने कर प्रति फाइल १% या १०,००० रूपए की खुलेआम मांग कर रहे,जो दे रहा,उनका फाइल वित्त विभाग तक पहुँचाया जा रहा.
उल्लेखनीय यह भी हैं कि लोककर्म विभाग के अधीक्षक अभियंता के नेतृत्व में सुरेश भट्ट सभागृह का निर्माण किया गया,इसी विभाग के मार्फ़त देखरेख भी की जा रही,सभागृह के गट्टू काफी उखड गए,उसके निचे के सीमेंट व रेती बह गए लेकिन आजतक मरम्मत नहीं किया जाना विभाग की कार्यप्रणाली पर उंगलियां उठा रहा.