नागपुर : मुफ़्त शिक्षा के अधिकार के अंतर्गत प्रवेश पाने के लिए पालको द्वारा ज़रूरतमंद का हक़ मारकर फ़र्ज़ी रहवासी दाख़िला उनके द्वारा बनाया गया जिसमें जिला की नामचीन स्कूल में प्रवेश पाने के लिए अपने गाँव से दूर दूसरे गाँव का रहवासी प्रमाण पत्र इनके द्वारा मायताई ठाकरे (सरपंच) प्रमोद गमें (उपसरापंच) येरला गोधनी पाँचात तथा रवींद्र प्रफुल्ल ईश्वर ढोले (सरपंच) निलेश कोठारे (उपसरपंच) बोरगैव खुर्द आसटी ।
यह जानकारी उपरोक्त गाँव के लोगों को पता चली के प्रवेश पाने के लिए फ़र्ज़ी दस्तावेज़ सरपंच व सरपंच द्वारा दिए गए हैं इसकी शिकायत गाँव वालों ने मो.शाहिद शरीफ़ चेयरमैन आरटीइ एक्शन कमिटी इनहे की इनके द्वारा पुष्टि करने पर पता चला कि बालकों कि जन्म सूची में इन बच्चों का नाम नहीं ऐसी परिस्थिति में इस गाँव का दाख़िला पालकों को मिला कैसे ।
शासन निर्णय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा 12 जून 2013 के अनुसार फ़र्ज़ी दस्तावेज़ बनाने वाले सरपंच व उप सरपंच तथा सदस्यों पर आपराधिक मामला दर्ज होने का प्रावधान है लेकिन शासन निर्णय की अनदेखी कर ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों ने अपने पद का उल्लंघन किया लेकिन आज तक इन पर कोई कार्यवाही प्रशासन द्वारा की नहीं गई।