Published On : Tue, Jun 2nd, 2020

नो स्कूल नो फीस मुहीम पालक मंत्री श्री नितिन राऊत ने दिया सकारात्मक विचार का आश्वासन

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विदर्भ पेरेंट्स एसोसिएशन द्वारा चलाये जा रही मुहीम नो स्कूल नो फीस के अध्यक्ष संदीप अग्रवाल के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने पालक मंत्री श्री नितिन राउत से मुलाकात की तथा मुहीम की जानकारी दी श्री अग्रवाल ने कहा की लॉकडाउन के दौरान छात्रों की ३ माह की फीस माफ़ की जाये तथा शैक्षणिक वर्ष २०२० – २०२१ की स्कूलों की फीस में ५० % छूट दी जाए तथा पाठक्रम व स्कूल गणवेशो में इस वर्ष कोई भी बदलाव नहीं किया जाए।

श्री अग्रवाल कहा की देश बहुत कठिन परिस्तिथि से गुजर रहा है। कोविद -१९ ने सभी की आर्थिक रूप से कमर तोड़ दी है। लॉकडाउन के चलते देश के सभी परिवार आर्थिक नुकसान का सामना कर रहे है। इस दौरान अपने आप को और परिवार को इस महामारी से बचाने में हर नागरिक जदोजहद कर रहा है। तक़रीबन प्रदेश की सभी स्कूले १० मार्च से बंद पड़ी है और छात्र अपने घर पर ही पढ़ने के लिए मजबूर है।

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कई स्कूलों में परीक्षाएं भी नहीं हो पायी है अतः इस वर्ष मार्च से मई की फीस माफ़ की जाना आज की आवश्यकता है जिन पालको ने इन माह की फीस पहले ही भरदी थी उन्हें उसका क्रेडिट दिया जाए और वर्ष २०२० – २०२१ में उतना पैसा कम किया जाए। श्री अग्रवाल ने बताया की हाल ही में ऐसा देखने में आया है की कई CBSE स्कूलों ने फीस की मांग चालू करदी है जो पूरी तरह मानवता के खिलाफ व गैरवाजिब है स्कूल संचालको को शर्म आनी चाहिए की प्रति वर्ष फीस के करोडो रुपये डकारने के बाद भी इस तरह के संकट काल में गैर जवाबदारी बर्ताव कर रहे है कुछ स्कूलों द्वारा ऑनलाइन पढाई का ढोंग किया जा रहा है यह सब केवल फीस वसूल ने का बहाना है।

श्री अग्रवाल ने मांग की इस वर्ष देश में कोई भी स्कूल अपना पाठ्यक्रम ना बदले बल्कि इस वर्ष किताबो का खर्च का बोझ भी पालको पर ना डाला जाए उनके अनुसार इस वर्ष जो भी उत्तीर्ण छात्र है उनसे पिछले वर्ष की पुस्तके मंगवाकर स्कूलों द्वारा उपलब्ध कराई जाए ताकि पालको को आर्थिक बोझ से बचाया जाए। पुराने समय में भी एक दूसरे की पुस्तके लेकर सभी पढ़ा करते थे।

श्री अग्रवाल ने मांग की शैक्षणिक वर्ष २०२०-२०२१ में ५०% की रियायत दी जाए तथा लॉकडाउन के दौरान मार्च से मई तक की पूरी फीस माफ़ की जाए तथा जिन पालको ने इन माह की फीस भरदी है उन्हें उसका क्रेडिट दिया जाए। स्कूले सरकारी आदेश के विपरीत स्कूल से कमर्शियल एक्टिविटी जैसे के कॉपी किताब बेचना आदि कर रही जिस पर तुरंत कार्यवाही की आवशकता है। मानपा आयुक्त के सपष्ट आदेश के बावजूद स्कूल वाले भी पलको को बुलाकर किताबो की बिक्री कर रहे है। श्री अग्रवाल ने सवाल उठाया ऐसे कोनसी आदेश है जिसके बंद स्कूल खोल कर बिक्री की जा रही है।

पालक मंत्री श्री नितिन राउत ने भरोसा दिलाया की इस मांग पर सकारात्मकता से विचार करने तथा विदर्भ पेरेंट्स एसोसिएशन की मांग की उपरोक्त मांगे पूरी करवाने की कोशिश करेंगे।

प्रतिनिधि मंडल में अशोक जिंदल , राधे अग्रवाल , मोहन कोटकर, पंकज कालबंदे , जगदीश शर्मा , सोनिया गजभिये ,जसमीत सिंह भाटिया ,राजेश अग्रवाल, अहमद कदर, अंकिता शाह आदि शामिल थे।

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