– तीन साल में 3 करोड़ 64 लाख पासपोर्ट छपवाए जायेंगे
नागपुर – वर्ष 2008 में शुरू हुई ई-पासपोर्ट की छपाई का काम शुरू हो चूका हैं,नासिक के तय प्रेस में अगले तीन साल में करीब 3 करोड़ 64 लाख ई-पासपोर्ट छपवाए जाएंगे। चूंकि इसके लिए सम्बंधित महामंडल की ओर से प्रेस प्रशासन को अंतिम स्वीकृति पत्र मिल गया है,जल्द ही टेंडर जारी कर दिया जाएगा।
केंद्रीय विदेश मंत्रालय ने विगत माह करीब साढ़े तीन करोड़ ई-पासपोर्ट की छपाई के लिए भारत सिक्योरिटीज प्रिंटिंग प्रेस को पत्र भेजा है। इसमें पहले साल 70 लाख ई-पासपोर्ट की छपाई की मांग दर्ज की गई। उसके बाद दूसरे वर्ष में 1 करोड़ 40 लाख और तीसरे वर्ष में 1 करोड़ 54 लाख, तीन वर्ष में 3 करोड़ 64 लाख मुद्रण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
2007-08 से केंद्रीय वित्त मंत्रालय का मुद्रा और सिक्का कोष विभाग देश में एटीएम कार्ड जैसे चिप्स के साथ ई-पासपोर्ट प्रिंट करने की योजना बना रहा है। प्रेस मजदूर संघ के तत्कालीन महासचिव रामभाऊ जगताप द्वारा तत्कालीन वित्त राज्य मंत्री आनंदराव अडसुल के माध्यम से प्रयास शुरू किए गए थे। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में नासिक रोड प्रेस में ई-पासपोर्ट के लिए एक अलग से व्यवस्था की गई थी और इसके लिए मशीनरी ली गई थी।
उसके बाद चार्टर में प्रयुक्त ‘इन ले’ आयात नीति पर मंथन हुआ। 25 जून 2008 को तत्कालीन विदेश मंत्री स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी के कार्यकाल के दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभाभताई पाटिल, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को सैंपल पासपोर्ट जारी किए गए थे।
समय के साथ महाप्रबंधक सुधीर साहू के कार्यकाल के दौरान तत्कालीन विदेश मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज और सांसद हेमंत गोडसे, वर्तमान महासचिव जगदीश गोडसे, स्टाफ यूनियन के महासचिव अभिजीत अहेर आदि के बाद वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के गंभीर पहल के बाद 12 जुलाई 2022 को अंतिम मुहर लगी.
ई-चिप के लिए निविदा
नासिक के मुद्रण कार्यालय से ई-पासपोर्ट में प्रयुक्त ई-चिप्स के लिए निविदा को अंतिम रूप दिए जाने के बाद ई-पासपोर्ट का उत्पादन कार्यादेश प्राप्त होने की तिथि से अगले 4 माह से प्रारंभ किया जा सकता है। पासपोर्ट मुद्रण लक्ष्य भी दिया जाएगा।