Published On : Thu, Nov 18th, 2021
By Nagpur Today Nagpur News

अब शनिवार-रविवार को स्टार बस की अल्प सेवा

Advertisement

आम यात्री के खिलाफ DIMTS की सिफारिश पर अतिरिक्त आयुक्त का नया फतवा

नागपुर: नागपुर मनपा में लालफीताशाही के कारण केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का स्वप्न प्रकल्प आम नागरिकों को अल्प दर में एक स्थान से दूसरे स्थान तक आवाजाही में आसानी हो इसलिए शहर में मनपा के अधीन स्टार बसों का संचालन शुरू किया गया,जिसे मनपा के अधिकारी वर्ग आये दिन नए – नए हथकंडे अपना कर बाधा उत्पन्न की जा रही है। आज शाम की खबर के अनुसार DIMTS ने आगामी शनिवार – रविवार से प्रत्येक सप्ताह वर्तमान में चल रही बसों की संख्या आधी करने का प्रस्ताव मनपा के विवादास्पद अतिरिक्त आयुक्त हिना को भेजा, जिसे बिना समीक्षा किये मंजूरी प्रदान कर दी गई।

Gold Rate
11 April 2025
Gold 24 KT 93,800/-
Gold 22 KT 87,200/-
Silver / Kg - 93,100/-
Platinum 44,000 /-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

याद रहे कि सरकार या स्थानीय निगम द्वारा बसों का संचालन महज नागरिकों को दी जाने वाली महत्वपूर्ण सेवाओं में से एक है। यह वैसी सेवा है जो खर्च का आधा वसूल कर भी देती है और शेष खर्च को वहन करने के लिए सरकार अनुदान/बजट में प्रावधान करती/करवाती हैं। बावजूद इसके मनपा के आला अधिकारी हिना और अपने जिम्मेदारियों को आज तक सफल अंजाम न देने वाले DIMTS जनविरोधी निर्णय लेकर शहर के आम नागरिकों के साथ अत्याचार कर रहे।
ज्ञात हो कि कोरोना काल समाप्ति बाद देश के सभी प्रमुख शहरों ने सार्वजनिक बसों का संचलन शुरू कर दिया था,सबसे आखिरी में मनपा प्रशासन की नींद खुली थी,जैसे तैसे 15 दिन भी नहीं हुए थे पूर्ण बसों का संचलन शुरू किए कि DIMTS और नए नए मनपा में आये विवादास्पद आयुक्त हिना ने आगामी शनिवार- रविवार से प्रत्येक शनिवार-रविवार को आधी बस संचलन का निर्णय लेकर सभी को अड़चन में ला दिया।

उल्लेखनीय यह है कि आजतक स्टार बस पर आम नागरिकों का पूर्ण विश्वास नहीं बन पाया क्योंकि नियमित संचलन में प्रशासन और DIMTS बढ़ाए उत्पन्न करती रही। इसलिए शहर की लगभग डेढ़ लाख आम नागरिक एक तरफ स्टार बस का उपयोग तो करते है,दूसरी तरफ अन्य पर्याय साधनों की भी व्यवस्था करने को मजबूर है। अब तब कि जब पेट्रोल – डीजल का भाव आसमान छू रहा।

आज लिए गए जनविरोधी उक्त निर्णय को आयुक्त ने हस्तक्षेप पर रद्द नहीं किया तो एम ओ डी आई फाउंडेशन जल्द ही आंदोलन करेगी फिर जनहित में न्यायालय की शरण मे जाएगी,जिसका सम्पूर्ण जिम्मेदारी मनपा प्रशासन की होगी।

Advertisement
Advertisement