नागपुर: गत शुक्रवार को मनपा में विपक्ष नेता की चेतावनी पर प्रभारी मनपा आयुक्त ने देर शाम लगभग १५० प्रस्तावों की फाइलों पर आनन फानन में हस्ताक्षर कर दिए. इसकी जानकारी खुद प्रभारी आयुक्त ने विपक्ष नेता को दी. प्रशासन इसलिए भी सकते में आ गया है क्यूंकि आज की विशेष सभा में शहर भाजपा के दिग्गज नेताओं के स्वप्न प्रकल्पों को मंजूरी देने में विपक्ष आड़े आने की चेतावनी दी थी. इससे दोनों ओर से होने वाले संघर्ष से बचने के लिए प्रशासन ने यह पहल कर विपक्ष को शांत करने की कोशिश की.
ज्ञात हो कि पिछले ५ माह से शहर का विकास ठप पड़ा हुआ है. जिसके जिम्मेदार सत्तापक्ष की कमजोर पकड़ के साथ ही साथ मनपा के प्रभारी आयुक्त की है. कल दोपहर विपक्ष नेता द्वारा अड़ाए गए प्रस्तावों पर हस्ताक्षर कर आगे की कार्रवाई के लिए भेजने के लिए प्रशासन को चेताया था. यह भी कहा था कि हस्ताक्षर न होने पर आज की विशेष सभा नहीं होने देंगे. उक्त चेतावनी मनपा में विपक्ष नेता तानाजी वनवे ने प्रभारी आयुक्त को देकर प्रशासन में हड़कंप मचा दिया था.
सत्तापक्ष की ढीली कमान के कारण मनपा में कुछ को छोड़ कर शेष पक्ष – विपक्ष के तमाम नगरसेवकों का प्रस्ताव प्रभारी आयुक्त ने रोक रखा था. यह प्रस्ताव महत्वपूर्ण तो हैं ही जो कार्यादेश या फिर टेंडर के मुहाने पर पहुंच चुके थे.
वनवे के प्रयासों से सर्वपक्षिय नगरसेवकों का भला हो गया. अब देखना यह है कि १५० प्रस्ताव जिन पर प्रभारी आयुक्त ने हस्ताक्षर किए वे किन कोषों के हैं और किस किस नगरसेवक के प्रस्तावों पर हस्ताक्षर हुए हैं.