नागपुर: नागपुर शहर में इन दिनों सड़कों की हालत काफी खराब है. जिसे लेकर विपक्षी पार्टियों की ओर से लगातार सत्तापक्ष का विरोध किया जा रहा है. इसी को लेकर एनएसयूआई (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ़ इंडिया) के विद्यार्थियों की ओर से वैरायटी चौक के सड़क पर हुए गड्ढों में कागज की नाव चलाकर सरकार का विरोध किया गया. इस दौरान चौक पर मौजूद नागरिकों ने भी एनएसयूआई के विद्यार्थियों के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया. एनएसयूआई के प्रदेश सचिव अभिषेक सिंह ने विरोध जताते हुए कहा कि नागपुर शहर बीस वर्ष पीछे जा रहा है. जहां नागपुर शहर अपने विकास को लेकर तरस रहा है वहीं शहर में आज जहां तहां गड्डे नजर आ रहे हैं. रोजाना इन गड्ढों से शहर के नागरिक आना जाना कर रहे हैं.
अपने विरोध में सिंह ने बताया कि शहर की खराब सड़कों के कारण नागरिकों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. कई नागरिकों के साथ दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. मोटरसाइकल चलानेवाले नागरिकों को गड्ढों के कारण पीठ दर्द और गर्दन की भी समस्याएं हो रही हैं. पूरे शहर में सड़कों की हालत खराब हो चुकी है. इन्ही कारणों से रोजाना ट्रैफिक जाम की समस्याओं से नागरिकों को जूझना पड़ रहा है.
इस दौरान प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने बताया कि भविष्य का सपना दिखानेवाली भाजपा सरकार नागरिकों तक जरूरी सुविधाएं पहुंचाने में लगभग नाकाम साबित हुई है. इस आंदोलन का नेतृत्व एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष अजित सिंह और नीलेश कोढे ने किया. आंदोलन में प्रमुखता से एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रतिनिधि आशीष मंडपे, जिला महासचिव रोशन कुंभलकर, विनोद हजारे, वैष्णवी भारद्वाज, सोनिया वैद्य, लक्ष्मी आदमने, डिम्पल वावरे, शादाब अली, अभिषेक खंगाले, आदित्य चेदगे, अभिषेक मसराम, अतुल भिवगरे, करन ठाकरे, वैभव बावनकर, कौस्तुभ धनगर, अक्षय रामटेके व अन्य मौजूद थे.