Computer image of a coronavirus
नागपुर. कोरोना की दूसरी लहर के बाद धीरे-धीरे मरीजों की संख्या कम होती गई. जून के बाद जिले में रोजाना मरीजों की संख्या 20 से भी कम रही लेकिन पिछले कुछ दिनों में मरीजों की संख्या में एकाएक तेजी से इजाफा हो रहा है. उल्लेखनीय है कि 8 महीने बाद जिले में मरीजों की संख्या फिर 1,000 के पार पहुंच गई है और बुधवार को 1,461 नये मामले जुड़ गए हैं. ऐसे में प्रशासन की चिंता भी बढ़ गई है.
इससे पहले जिले में जब कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई थी तब रोजाना मरीजों की संख्या 8,000 तक पहुंच गई थी. मई के आखिरी हफ्ते से ही कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप कम होना शुरू हो गया था. तब भी रोजाना मरीजों की संख्या सैकड़ों में थी. जून के बाद इसमें तेजी से गिरावट आई. जुलाई में मरीजों की संख्या 30 से नीचे आ गई. तब से लगातार मरीजों की संख्या 20 से नीचे बनी हुई थी. उसके बाद हर दिन एक अंक में मरीजों की संख्या दर्ज की गई.
इससे पहले 15 मई 2021 को जब दूसरी लहर जारी थी तब जिले में 1,510 पीड़ित दर्ज किए गए थे. तब से लेकर 12 जनवरी 2022 तक जिले में मरीजों की संख्या करीब 8 महीने बाद अपने चरम पर पहुंच गई है. बुधवार को 1,461 नये संक्रमित जुड़ गये. सिटी में 9,223 और ग्रामीण में 3,506 सहित जिले में कुल 12,729 टेस्ट किए गए. इनमें से 1,157 नये मामले सिटी से, 236 ग्रामीण क्षेत्रों से और 68 जिले के बाहर से सामने आए.
स्वस्थ होने वाले भी बढ़े
24 घंटे के भीतर सिटी में 328, ग्रामीण क्षेत्र से 102 और जिले के बाहर से 77 लोग स्वस्थ होकर घर लौटे. एक ओर जहां कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है, वहीं दूसरी ओर ठीक होने वाले भी बढ़ रहे हैं जो कि अच्छी बात है. जिले में जहां दिसंबर में 50 से भी कम एक्टिव मरीज थे, वहीं अब इनकी संख्या सिटी में 4,876, ग्रामीण में 775 और जिले के बाहर 37 हो गई है. इनमें से लक्षण वाले 37 मरीजों का एम्स में, 17 का मेडिकल और 4 मरीजों का मेयो में इलाज चल रहा है, जबकि करीब 10-12 संक्रमितों का निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है. बाकी सभी संक्रमित घरों में रहकर इलाज करा रहे हैं.