विदर्भ के 13 लाख व्यापारियों की अग्रणी व शीर्ष संस्था नाग विदर्भ चेंबर आॅफ काॅमर्स के के उपाध्यक्ष श्री फारूकभाई अकबानी, स्वप्निल अहिरकर व सहसचिव श्री राजवंतपाल सिंग तुली के साथ व्यापारियों ने म.न.पा. के उपायुक्त श्री राम जी जोशी को प्रतिवेदन देकर म.न.पा. बाजारों के लीजधारक दुकानदारों द्वारा एकमुश्त किराया भरने हेतु अभय योजना की समय सीमा 31 मार्च 2022 से आगे बढ़ाने की मांग की।
चेंबर के उपाध्यक्ष श्री फारूकभाई अकबानी ने प्रतिवेदन देते हुये कहा कि स्थानीय प्रशासन ने म.न.पा. दुकानों लीजधारकों के लिये किराया भरने के लिये सशर्त अभय योजना लागू की है, जिसके अनुसार यदि लीजधारक 31 मार्च 2022 तक एक मुश्त किराये की रकम भरता है तो उन पर लंबित किराये राशी पर लगने वाले जुर्माने पर छुट दी जायेगी। स्थानीय प्रशासन द्वारा यह योजना 25 मार्च 2022 से लागू की है और है। 4-5 दिनों के अंदर इतनी रकम एक साथ जमा करने परेशानी हो रही है।
चेंबर के उपाध्यक्ष श्री स्वप्निल अहिरकर ने कहा कि विभिन्न बाजारों में म.न.पा. दुकानों के कई लीजधारक इस अभय योजना का लाभ लेना चाहते है किंतु मार्च माह वित्तीय वर्ष का अंतिम माह है और लीजधारकों आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। इतने अल्पकालीन समय में वे इतनी बड़ी रकम अदा करने में असमर्थ है अतः म.न.पा. ने लीजधारकों को इस योजना के तहत रकम भरने के लिये कम से कम एक माह का समय देना चाहिये।
चेंबर के सहसचिव श्री राजवंतपाल सिंग तुली ने कहा कि शासन-प्रशासन ने भी वित्तीय वर्ष अंतिम माह मार्च तथा व्यापारियों की आर्थिक समस्याओं का संज्ञान लेकर लीजधारकों को किराया भरने की समय सीमा बढ़ाकर इस योजना का लाभ लेने मे सहयोग करना चाहिये।
म.न.पा. उपायुक्त श्री राम जी जोशी ने चेंबर के निवेदन को ध्यान से सुनने के बाद कहा कि लीजधारक चाहे पोस्ट डेटेड चेक म.न.पा. को देकर इस योजना लाभ ले सकते है तथा पोस्ट डेटेड चेक तारीख एक माह से अधिक नहीं होनी चाहिये। साथ उन्होंने आश्वासन दिया कि शासन-प्रशासन से चर्चा कर इस अभय योजना की समय सीमा आगे बढ़ाने में सहयोग करेंगे।
साथ ही चेंबर ने सभी म.न.पा. दुकानों के लीजधारकों से एक माह पोस्ट डेटेड चेक देकर किराना भरने की इस अभय योजना का लाभ लेने का निवेदन किया। इस अवसर पर व्यापारी श्री चंदन खत्री, श्री दर्शन वागेश्वर एवं श्री अब्दुल रफीक उपस्थित थे।
उपरोक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति द्वारा चेंबर के उपाध्यक्ष फारूकभाई अकबानी ने दी।