नागपुर– विदर्भ में किसान आत्महत्या का सत्र अभी भी शुरू है। आर्थिक परेशानी, कर्ज के बोझ के तले, बेमौसम बारिश, अतिवृष्टि के कारण किसान परेशान होकर आत्महत्या को गले लगा रहा है। ऐसी परेशानी में किसान के पास इसके अलावा दूसरा मार्ग नहीं रहता। किसानों की इसी परेशानी को समझकर शहर की एक शादी में दूल्हा और दुल्हन ने आत्महत्याग्रस्त किसानों की विधवाओ को चेक द्वारा आर्थिक मदद की।
इस शादी की अब नागपुर शहर भर में चर्चा है। 20 जनवरी सोमवार सुबह को समाजसेविका सविता पांडे की बेटी भूमिका पांडे की शादी मिथ चौधरी के साथ हुई। मिथ चौधरी की पढ़ाई कृषि क्षेत्र में होने के कारण उनको किसानों की पीड़ा के बारे में पता है और दुल्हन की माँ सविता पांडे पिछले 25 वर्षो से समाजसेवा कर रही है। ऐसे ही संस्कार के कारण नवविवाहित जोड़े ने किसानों की मदद करने की ठानी। किसानों के साथ ही अनाथश्रम को भी दोनों ने मदद की।
दूल्हा और दुल्हन भूमिका पांडे और मिथ चौधरी ने मोहड़ी दलवी के आत्महत्याग्रस्त किसान हरिराम नारनवरे की पत्नी मंदा नारनवरे को 11,111/- का चेक दिया। इसके साथ धापेवाड़ा के किसान महादेव रानाडे की पत्नी वंदना को, अनाथ आश्रम जीवन आश्रय सेवा संस्था को भी मदद दी, इसके साथ ही अभी हाल ही में मेडीकल हॉस्पिटल के चर्म विभाग का स्लैब गिरकर महिला वनिता वाघमारे की मौत हो गई थी।
उनकी बेटी साक्षी वाघमारे को भी आर्थिक मदद दी गई। वर्धा के बालकिशोर झाड़े ने भी आत्महत्या की थी। उनके परिजनों को भी मदद की गई। शेगाव में रहनेवाले मुरलीधर शेंडे ने भी आमहत्या की थी। उनकी पत्नी सीमा को भी आर्थिक मदद की गई।
भूमिका पांडे और मिथ चौधरी के इस सराहनीय काम की सभी प्रशंसा कर रहे है। दोनों के द्वारा किया गया यह काम निश्चित ही दूसरे लोगों को भी प्रेरणा देगा ।