नागपुर: चंद्रपुर की एक फार्मा कंपनी के मालिक द्वारा नागपुर की एक कंपनी से इको 5, पोर्टेबल यूएफजी मशीन खरीदने के लिए करार किया था और उसके बाद सौदा पक्का होने के बाद उसके खाते में ऑनलाइन साढ़े 9 लाख रुपए भी ट्रांसफर किए। बावजूद इसके आरोपी ने न तो मशीन की डिलीवरी की और न ही पैसे वापस किए।
फरियादी ने इसकी शिकायत पुलिस से की है। सीताबर्डी पुलिस ने शिकायत के आधार पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है और आगे की जांच कर रही है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार फरियादी धम्मदीप पंढरीनाथ रामटेके (45) एचसीएल हॉस्पिटल के पास अरविन्द नगर, चंद्रपुर निवासी का डीआर फार्मा नाम से मेडिकल एजेंसी है।
दिनांक 24 मार्च के दरमियान फरियादी ने सीताबर्डी परिसर स्थित अलका ट्रेडिंग कॉरपोरेशन पहली मंजिल, संस्कृति संकुल, झांसी रानी चौक नामक कंपनी की ओर से आरोपी अतुल सिंह भानु प्रताप सिंह बिसेन (52) के साथ इको 5, पोर्टेबल, यूएफजी मशीन खरीदने के लिए सौदा किया था। इस मशीन की कीमत करीब 1027600 रुपए थी।
फरियादी ने आरोपी को इस मशीन को खरीदने के लिए आर्डर भी दिया था और तब फरियादी ने आरोपी के अलका ट्रेडिंग कॉरपोरेशन नामक कंपनी के खाते में अपने नाम से एच.डी.एफ.सी बैंक की प्रताप नगर शाखा से एनएफटी द्वारा साढ़े 9 लाख रुपए भी ऑनलाइन ट्रांसफर किए। बावजूद इसके आरोपी ने न तो मशीन की डिलीवरी की और न ही पैसे वापस किए।