भाग 17: पारडी पुलिस स्टेशन
नागपुर टुडे : पारडी पुलिस स्टेशन की स्थापना 18 सितंबर 2019 में कलमना पुलिस स्टेशन को विभाजित करके हुई थी. आज इस पुलिस स्टेशन का नेतृत्व वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुनील गोविंद गांगुर्डे कर रहे हैं. वे 1993 बॅच के पीएसआई हैं पुलिस विभाग में उन्हें सख्त-मिजाज पुलिस अधिकारी के नाम से जाना-पहचाना जाता है । इस पुलिस स्टेशन में कुल 74 महिला तथा पुरुष पुलिसकर्मियों का स्टाफ तैनात है साथ ही 7 पुलिस अधिकारी भी कार्यरत हैं ।
पारडी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत करीब 24 किलोमीटर का लंबा इलाका आता है शहर से दूरस्थ कापसी गांव भी इस पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता है । इस पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में करीब 2 लाख से ज्यादा की आबादी हैं ।देखा जाए तो इस इलाके में जनसंख्या का घनत्व बहुत ज्यादा है । इलाके में कुछएक झुग्गी झोपड़ियां भी है । शहर के बाहर और रिंगरोड के समीप स्थित होने के कारण पारडी पुलिस स्टेशन की सीमाएं लकड़गंज, वाठोडा, कलमना और ग्रामीण इलाके के मौदा पुलिस स्टेशन के साथ जा मिलती हैं । पारडी पुलिस थाने के दायरे में मां भवानी मंदिर, उमिया धाम जैसे औद्योगिक क्षेत्र और कुछ महत्त्वपूर्ण स्थान हैं । इसके अलावा दो राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 6 (नागपुर-भंडारा रोड) और एनएच 7 (जबलपुर-हैदराबाद रोड) का काफी बड़ा हिस्सा भी इस पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आता हैं जिसकी वजह से इन इलाकों में पुलिस को 24 घंटे काफी चौकशी बरतनी पड़ती है|
पारडी पुलिस स्टेशन में भवानी नगर बीट के (बीट मार्शल-पीसी स्वप्निल अमृतकर-मोबाइल नंबर: 9822352716) एवं भांडेवाड़ी बीट (बीट मार्शल-पीसी कुणाल गेडाम-मोबाइल नंबर: 9561544887), यह दो बीट हैं. इन दोनों बीट में गोंडपुरा, शेंडे नगर, उड़िया मोहल्ला स्लम जैसे संवेदनशील इलाके शामिल हैं ।
नागपुर टुडे के विशेष प्रतिनिधी से बातचीत के दौरान वरिष्ठ पीआई सुनील गांगुर्डे ने इलाके में चाकचौबंद और पुख्ता कानून व्यवस्था बनाए रखने और आपराधिक मामलों पर रोक लगाने के लिए पारडी पुलिस के विभिन्न प्रयासों पर प्रकाश डाला । उन्होंने बताया कि, पुलिस स्टेशन के इलाके में रहनेवाले शातिर और वांछित अपराधियों के बारे में एक तय सूचीबद्ध तरीके से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है । परिसर के असामाजिक तत्वों और अपराधियों के मन में कानून का खौफ पैदा करने के लिए पारडी पुलिस स्टेशन द्वारा आएदिन परिसर में विशेष सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है जिसमे हमे काफी सफलता हासिल हो रही है । पारडी पुलिस थाने के अंतर्गत कई संवेदनशील जगह हैं जिसकी वजह से कभी-कभार एक मामूली विवाद को जल्द ही एक बड़े हादसे में तब्दील होने में देर नही लगती इसलिए यहां 24 घंटे सक्रिय पुलिसिंग एवं सतर्कता पर ज़ोर दिया जाता है जिससे काफी हद तक अपराधों पर अंकुश लग पाया है ।
पुलिस और समाज के बीच की दूरी को कम करने के लिए, पीआई सुनील गांगुरडे ने अपना मोबाइल नंबर (7507102999) स्थानीय लोगों से साझा किया है वे जनता से आवाहन करते है कि, किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति आने पर या कोई समस्या होने पर नागरिक उनसे 24 घंटे संपर्क कर सकते हैं । क्षेत्र का कोई भी जागरूक व्यक्ति यदि कोई संदिग्ध व्यक्तियों या उनकी गतिविधियों के बारे में कोई जानकारी देना चाहे तो बेखौफ होकर उन्हें दे सकता है ऐसे लोगो की पहचान गुप्त रखी जाएगी । इसीतरह कोई भी नागरिक पारडी पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मियों से पुलिस स्टेशन के लैंडलाइन नंबर 0712-2971903 पर संपर्क कर सकता है.
असामाजिक तत्वों के खिलाफ की जा रही कड़ी कार्रवाई:
क्षेत्र में आएदिन बढ़ते अपराध के चलते पारडी पुलिस ने मा. पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार और मा. पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ज़ोन 5, निलोतपाल के मार्गदर्शन में इलाके में वांछित अपराधियों, शराब तस्करों और जुआरियों के खिलाफ संगठित कार्रवाई शुरू कर दी है । पीआई गांगुरडे ने खुद कलमना पुलिस स्टेशन क्षेत्र के हरएक कुख्यात अपराधियों के बारे में जानकारी हासिल की है और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है. पीआई गांगुरडे ने कहा कि इससे पारडी पुलिस थाना क्षेत्र में शांति बहाल करने में काफी मदद मिली है ।
स्थानीय लोगों से नियमित संवाद है महत्त्वपूर्ण:
पारडी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत नियमित रूप से शांतता बैठक, मोहल्ला बैठक और सीनियर सिटीज़न बैठकों का आयोजन किया जाता है. इसके अलावा कानून व्यवस्था संबंधित प्रतिक्रिया लेने और नागरिकों की परेशानियों को बेहतर जानने के लिए पारडी पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मी लगातार स्थानीय नागरिकों, नगरसेवकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और व्यापारियों के साथ संपर्क एवं समन्वय करते हैं. पारडी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत कई बार मामूली विवादों ने विकराल रूप धारण किया है. अत: गांगुरडे ने अपने पुलिसकर्मियों को एनसी-अपराधों पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है. थाने के अंतर्गत इलाके में नियमित गश्त के साथ-साथ, विशेष रूप से रात के समय पैदल गश्त का भी विशेष प्रबंध किया गया है. यह कदम अपराध दर को नियंत्रित एवं न्यूनतम रखने में काफी मददगार साबित हुआ है, पीआई गांगुरडे ने कहा ।
वांछित अपराधी हैं पुलिस के रडार पर:
पारडी पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाले इलाके में वांछित अपराधियों की एक सूची तैयार की गई है. यह अपराधी पुलिस के रडार पर हैं. अपराधियों पर शिकंजा कसने की वजह से उनमें खौफ पैदा हो गया है जिसके कारण क्षेत्र में शांती व्याप्त है और क्राइम रेट न्यूनतम है. पारडी पुलिस ने मकोका और एमपीडीए के अंतर्गत एक-एक मामला दर्ज किया है. छह खूंखारअपराधियों को जिले से तड़ीपार घोषित कर दिया गया है. पीआई गांगुरडे ने असामाजिक तत्वों को चेतावनी दी है कि यदि वो इलाके का अमन-ओ-सुकून बर्बाद करेंगे तो उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
हादसों पर अंकुश लगाने के लिए विशेष नाकाबंदी :
पारडी पुलिस थाना क्षेत्राधिकार में सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि की बात को मानते हुए गांगुरडे ने कहा कि हम वाहनों की गति को कम करने के लिए पीक आवर्स के दौरान रोज़ाना नाकाबंदी करते हैं. दोनों राष्ट्रीय महामार्ग लापरवाह वाहन चालकों के कारण दुर्घटना संभावित क्षेत्र बन चुके हैं. इसलिए हमने इन दोनों सड़कों पर दिन तथा रात्रि की गश्त बढ़ा दी है साथ ही पुलिसकर्मियों एवं अधिकारियों को वाहन चलाते समय चालकों को पूछताछ के बहाने परेशान न करने के निर्देश भी दिए गए हैं. गांगुरडे का कहना है कि इस कार्यप्रणाली को अमल में लाने से पुलिस को सड़क दुर्घटनाएं कम करने में काफी मदद मिली है ।
घर में पार्किंग की सुविधा सुनिश्चित करें, सीसीटीवी कैमेरा लगवाएं:
पारडी पुलिस थाने के अंतर्गत वाहन चोरी के मामलों में लगातार बढोतरी हो रही है. इसलिए पीआई गांगुरडे ने नागरिकों को अपने वाहनों के लिए घर में पार्किंग स्लॉट की व्यवस्था करने की सलाह दी है. उन्होंने नागरिकों को रात में वाहन घर के बाहर न पार्क करने और घर में सीसीटीवी कैमेरा लगाने का आवाहन किया है. पीआई सुनील गांगुरडे ने कहा कि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए यह सबसे कारगर तरीका साबित हो सकता है । उनका मानना है कि, अंततः पुलिस जनता के लिए ही रातदिन काम करती है इसीलिए जनता से भी सहयोग अपेक्षित है ।
नागरिकों को उनके नज़दीकी पुलिस स्टेशन के बारे में जानकारी देने के लिए, नागपुर टुडे ने लेखों की एक विशेष श्रृंखला ‘अपने पुलिस स्टेशन को जानें’ शुरु की है. इन लेखों के माध्यम से नागरिकों को अपने नज़दीकी पुलिस स्टेशन के बारे में सभी आवश्यक जानकारी दी जा रही है. आपातकालीन स्थिति में नज़दीकी पुलिस थाने के पुलिस निरीक्षक एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से संपर्क करने के संबंधित जानकारी दी गई है. साथ ही पुलिस थानों के अधिकारियों द्वारा अमल में लाए जाने वाली भविष्य की योजनाओं की जानकारी भी दी गई है.
– रविकांत कांबले