नागपुर– ‘ नो स्कूल नो फीस ‘ मुहीम के तहत सोमवार 15 जून को पोद्दार इंटरनेशनल स्कूल बेसा में विदर्भ पेरेंट्स एसोसिएशन व स्कुल में पढ़ने वाले बच्चो के पालको ने स्कूल में जाकर अपनी मांगो का ज्ञापन स्कूल के प्रिंसिपल शाहू को सौपा. संदीप अग्रवाल ने उन्हें बताया की सरकार के स्पष्ट आदेश के बावजूद भी आप लोग फीस वसूली के लिए पालको को परेशान कर रहे है जो सरासर गलत है. उन्होंने कहा की आप लोग सरकारी आदेश के बावजूद भी जबरन कॉपी किताबे और कपडे बेच रहे है जो गलत है, हर वर्ष करोडो रुपये की ठगी आप पालको से कर रहे है. अग्रवाल ने उन्हें चेताया की इस प्रकार का गैर क़ानूनी काम तुरंत बंद कर दे अन्यथा वे तीव्र आंदोलन करेंगे.
पालको की ओर से मैडम प्राची, जगदीश शर्मा, राकेश शर्मा ने लॉकडाउन के समय की तीन महीने की फीस माफ़ करने की मांग की तथा आने वाले नए सत्र में 50 % फीस कम करने की मांग की, साथ ही ऑनलाइन एजुकेशन तुरंत बंद करने की मांग की. प्रिंसिपल शाहू ने सौहादपूर्ण वातावरण में बातचीत की और तीन दिन का समय मांगा और कहा की वे सारी बातें मैनेजमेंट के समक्ष रखकर पालको की व विदर्भ पेरेंट्स एसोसिएशन की सयुक्त सभा करवाएंगे और जल्द ही मसला हल करने की कोशिश करेंगे. प्रतिनिधि मंडल में मोहन कोठेकर,पंकज कालबांधें, गिरीश दादेलवार, निशांत गुप्ता, अमर खड़से, अमित घोसिन, श्रीकांत गिरिपुंजे , गणेश पाटिल इत्यादि बड़ी संख्या में मौजूद थे.
शहर के नामी स्कूल सेंटर पॉइंट के संचालकों को निवेदन देने की बात विदर्भ पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप अग्रवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है. उन्होंने कहा कि मंगलवार दिनांक 16.6.2020 को सुबह 9.30 बजे विदर्भ पैरेंट एसोसिएशन के पदाधिकारी और पालक स्कूल के संचालकों को अपनी मांगो का ज्ञापन सौंपाने जा रहे है. अग्रवाल ने कहा कि वे भी CPS स्कूल के पालक है.
इसलिए हो रही तकलीफ से पूरी तरह वाकिफ है, उन्होंने कहा कि पिछले 3 माह से हम सब लोग अपने घरों में बंद थे सबकी आर्थिक स्थिति पूरी तरह बिगड़ चुकी है, देश की भी आर्थिक स्थिति चौपट हो गई है, ऐसे समय हम पालको से अचानक फीस मांगी जा रही है जो सरासर गलत है, सरकारी दिशा निर्देश के अनुसार भी लॉकडाउन के दौरान किसी भी प्रकार की फीस नहीं वसूलने के आदेश जारी किए गए है, लेकिन इसके बावजूद फीस हेतू दबाव बनाया जा रहा है, उन्होंने कहा है की हम सभी पालकों की मांग है कि लॉकडाउन के दौरान 3 महीने की फीस पूरी तरह माफ की जाए तथा चालू होने वाले शैक्षणिक वर्ष मैं 50% ट्यूशन फीस मैं रियात करते हुए अन्य किसी भी प्रकार की फीस न ली जाए. इसके अलावा ऑनलाइन एजुकेशन 8वी के विद्यार्थियों के लिए चालू किया जाए और किसी भी प्रकार की कॉपी, किताब, कपड़े, जूते, खरीदने हेतू पालकों पर दबाव न बनाया जाए और हो सके तो क़िताबों की पीडीएफ फाइल स्कूल की वेबसाइट में डाली जाए.