संसद हमले की बरसी पर आज संसद के अंदर और बाहर हड़कंप मच गया गया. एक ओर लोकसभा के अंदर दो युवक दर्शक दीर्घा से कूदकर सांसदों की बेंच पर पहुंच गए और कलर गैस का छिड़काव कर दिया. वहीं दूसरी ओर संसद के बाहर एक युवक और एक महिला ने गैस का छिड़काव कर जमकर नारेबाजी की. इससे संसद परिसर के बाहर हड़कंप मच गया.
संसद के बाहर की घटना में दिल्ली पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. इनके नाम नीलम और अनमोल शिंदे है. नीलम महिला है और उनकी उम्र 42 साल है वो हरियाणा के हिसार की रहने वाली है. दूसरे आरोपी का नाम अनमोल शिंदे है. अनमोल के पिता का नाम धनराज शिंदे है और महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है. इसकी उम्र 25 साल है.
ये घटना संसद भवन के बाहर और ट्रांसपोर्ट भवन के सामने हुई है. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि इन दोनों को पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन लाया गया है. दिल्ली पुलिस के साथ-साथ इंटेलिजेंस ब्यूरो की टीम भी पूछताछ कर रही है.
संसद के बाहर और अंदर इसी से स्प्रे किया गया था. संसद के बाहर प्रदर्शन करने वाले लोगों ने कलर गैस छोड़ने के बाद भारत माता की जय, जय भीम, तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारे लगाए. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है, जिसकी वजह से उन्होंने ये कदम उठाया.
लोकसभा के अंदर भी दो युवकों ने किया हंगामा
वहीं लोकसभा में दर्शक दीर्घा से कूदे एक युवक का नाम सागर शर्मा बताया जा रहा है. सांसद दानिश अली ने बताया कि सदन में कूदने वाले युवक एक सांसद के नाम पर लोकसभा विजिटर पास पर आए थे. सुरक्षाकर्मियों ने सदन में अराजकता फैलाने आए दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
सागर शर्मा के अलावा जिस शख्स ने लोकसभा के अंदर हंगामा किया था, उसका नाम मनोरंजन डी है. जोकि कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला है. उसकी उम्र 35 साल है. उसने बेंग्लुरु की विवेकानंद यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की है. इन दोनों युवकों ने सांसद प्रताप सिम्हा के पास पर संसद में एंट्री पाई थी. हालांकि संसद के अंदर और बाहर जिन लोगों ने हंगामा किया है, उनका आपस में कोई संबंध है या नहीं, इसको लेकर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है. मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा और गृह सचिव अजय भल्ला संसद पहुंच चुके हैं.
स्पीकर ओम बिड़ला ने क्या कहा?
वहीं इस घटना को लेकर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. दिल्ली पुलिस को भी निर्देश दिए गए हैं. हम सबको चिंता थी कि वो धुआं क्या था. वो दरअसल एक साधारण धुआं था.
22 साल पहले आज ही के दिन हुआ थाहमला
बता दें कि आज ही के दिन 22 साल पहले यानी 13 दिसंबर, 2001 को संसद भवन पर आतंकवादी हमला हुआ था. इस समय भी संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है और बड़े-बड़े नेता इस समय पार्लियामेंट में मौजूद थे. इस लिहाज से देखा जाए तो संसद की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई है.