नागपुर : मिहान में कम दर में रामदेव बाबा की पतांजलि फ़ूड व हर्बल पार्क के लिए जमीन दी गई लेकिन आज तक उत्पादन शुरू न होने से पुनः विवादों में घिर गई. इसको शुरू करने के लिए कई तारीख़ों की घोषणाएं की जा चुकी हैं. अब फिर से इसके शुरू करने की दोबारा तिथि दी जा रही है. कम्पनी अब इकाई से अप्रैल २०१९ तक उत्पादन शुरू होने की उम्मीद जाहिर कर रही है.
प्रकल्प परिसर में स्विट्ज़रलैंड निर्मित आधुनिक मशीनें स्थापित की गई और कुछ गोदामों का निर्माण भी किया गया. कंपनी के अधिकारियों के अनुसार वर्ष २०१९ के अप्रैल से संतरा रस का उत्पादन शुरू होगा. परियोजना बड़ी होने के कारण समय पर शुरू नहीं हो सकी. स्थापित मशीनों से रोजाना ८०० टन रस का उत्पादन होगा. इसके बाद आंवला, आम रस युनिट के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएंगी. पतांजलि समूह द्वारा किए गए करार के अनुसार किसी भी फल बाग के साथ अन्याय नहीं होगा. आँवला और आम विदर्भ के बाहर से लाए जाएंगे. प्रकल्प में स्थापित मशीनो की क्षमता के अनुसार आंवले की रोजाना ६०० टन और आम के ४०० टन पर प्रक्रिया हो सकती हैं.
बताते चलें कि पतांजलि समूह को मिहान में २५ लाख रुपए प्रति एकड़ की दर पर जमीन दी गई थी. इन्हें कुल २३० एकड़ जगह आवंटित की गई थी. जबकि इसी क्षेत्र में अन्य औद्योगिक इकाइयों को ६० लाख से १ करोड़ रुपए प्रति एकड़ की दर पर जनीनें आवंटित की गईं.
इसके बाद प्रकल्प के भूमिपूजन के वक़्त पतांजलि समूह में अगले ६ माह में प्रकल्प शुरू करने की घोषणा की गई थी. ठीक एक वर्ष बाद उत्पादन शुरू करने का दावा भी किया गया था. उत्पादन शुरू न करने पर नियमानुसार एमआईडीसी प्रबंधन का कार्रवाई करना अपेक्षित माना जा रहा था, लेकिन इस ओर अनदेखा किया जा रहा है.