हरे कृष्ण कीर्तन से गुंजायमान हुआ नागपुर
नागपुर – अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) नागपुर केंद्र श्री श्री राधा गोपीनाथ मंदिर द्वारा श्रील लोकनाथ स्वामी महाराज के सानिध्य में जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर रथ यात्रा निकाली गयी। रथ यात्रा पोद्दारेश्वर मंदिर (मेयो अस्पताल चौक) से दोपहर १२ बजे प्रारम्भ हुई। इससे पहले विधि-विधान से भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना की गई। भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा के विग्रह रथ पर स्थापित किये गये।
प. पु. लोकनाथ स्वामी महाराज ने भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना की। उनकी आरती की गई। मॉरिशस से प. पू. सुन्दर चैतन्य स्वामी महाराज तथा न्यूयॉर्क (अमेरिका) से प. पू. श्री कृष्ण चैतन्य स्वामी महाराज ने भी भगवान जगन्नाथ की पूजा अर्चना की,शंख ध्वनि की गई। भगवान को छप्पन भोग लगाने के बाद इस्कॉन नागपुर मंदिर अध्यक्ष सचिदानंद प्रभु एवं हरि कीर्तन प्रभु ने मार्गदर्शन किया।
इसके बाद गणमान्य नागरिकों द्वारा रथ के सामने झाड़ू निकालने के साथ ही रथ यात्रा प्रारम्भ हुई।
अग्रसेन चौक, लाल इमली चौक (डागा अस्पताल), बल्लभाचार्य चौक, तांगा स्टैंड, गाँधी पुतला चौक, बच्छराज व्यास चौक (बड़कस चौक), गाँधी गेट, थाड़ेश्वरी मंदिर होते हुए रथ यात्रा करीब 6 बजे गीता मंदिर पहुंची।
रथयात्रा मार्ग में अनेक व्यापारी वर्ग, संगठनो द्वारा भगवान जगन्नाथ के रथ का भव्य स्वागत तथा आरती की. कमलेश ठवकर, आशीष खंडेलवाल, पारेख ज्वेलर्स, शांति डेयरी, दवे परिवार, गिरीश व्यास, राम भंडार, रोकड़े ज्वेलर्स, राजेश अग्रवाल, सीमा अग्रवाल , रवि मेहाड़िया, रवि अग्रवाल, निधि मोहता, प्रकाश ज्वेलर्स, अजित सारड़ा, हथेली, अग्रवाल समाज महिला संघटन, सुरभि अग्रवाल महिला संगठन, राजेश लाहोटी, राजेश गोयल, अशोक बंसल, संजय अग्रवाल, कैलाश लिलाड़िया, विजय सराफ, राजेश अग्रवाल, दीपा अग्रवाल, माधवी सखी मंच अग्रवाल महिला संगठन, रीतू सारडा , चांडक कोठी, प्रीति धाड़ीवाल, शकुंतला अग्रवाल, अंतरराष्ट्रीय अग्रवाल समाज महिला संगठन, मारवाड़ी महिला संघ, आनंद चांडक, आज्ञाराम देवी सेवा समिति, सुरेश तिवारी, रतन बिल्डर्स, राजेंद्र पोद्दार, रविंद्र कान्होरिया, डॉ. प्रकाश खेतान, अग्रसेन मंडल आदि गणमान्य नगरवासियो ने भगवान जगन्नाथ की आरती की तथा भगवान् का रथ खींचा. इसके अलावा मुस्लिम समाज ने भी रथ यात्रा का स्वागत किया। इसके साथ ही भक्तों द्वारा प्रसाद वितरित किया गया. गीत-संगीत, नृत्य-संकीर्तन और आकर्षक फूलों से सजे इस रथ यात्रा उत्सव में हजारों भक्तों नेभाग लेकर भगवान के रथ यात्रा दर्शन किया और उनकी कृपाबलभद्र प्राप्त की. देश विदेश से असंख्य भक्तगण इस यात्रा में सम्मिलित हुए। रशिया से देव रूपा माताजी, बोरिसोवा नतालिया माताजी, अलेना किर्प्छेवा माताजी, लुडबिला माताजी रथयात्रा में सम्मिलित हुए।
रथयात्रा में भक्तो ने मजीरे और मृदंग की थाप पर हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।। इस हरे कृष्णा महामंत्र का कीर्तन के साथ खूब नाचे। भगवान जगन्नाथ की भक्ति में डूबे भक्त शहर के मुख्य मार्गों से गुजरे। सायं छह बजे अग्रसेन चौक, इमली चौक , बल्लभाचार्य चौक,, तांगा स्टैंड, गाँधी पुतला चौक, बच्छराज व्यास चौक (बड़कस) चौक, गाँधी गेट,थाड़ेश्वरी मंदिर होते हुए रथ यात्रा गीता मंदिर पहुंची। वहां पहुंचने पर भगवान को फिर से छप्पन भोग लगाया गया।
इस्कॉन प्रवक्ता डॉ. श्यामसुंदर शर्मा ने बताया कि गीता मंदिर में सूंदर चैतन्य स्वामी महाराज द्वारा सुमधुर कीर्तन हुवा जिसमे उपस्थित हज़ारों की भीड़ ने उत्साह के साथ नृत्य किया. प्. पु. लोकनाथ स्वामी महाराज के मुखारविंद से जगन्नाथ कथा भक्तो ने श्रवण की। उन्होंने बताया की लगभग 500 साल पूर्व श्री चैतन्य महाप्रभु (श्रीकृष्ण) ने भगवान जगन्नाथ, बलदेव, सुभद्रा को उनके रथों पर विराजमान होते देखा तो उनके सामने मनोहारी नृत्य करने लगे। उन्होंने यह भी कहा कि श्री कृष्णदास कविराज गोस्वामी कृत चैतन्य चरितामृत में उल्लेख किया है कि ‘रथेर साजनि देखि लोके चमत्कार, नव हेममय रथ समुेरु आकार अर्थात रथ की सजावट इतनी आकर्षक थी कि हर व्यक्ति आश्चर्यचकित था। रथ सोने से बना सुमेरु पर्वत जैसा लग रहा था। उसे देखकर भक्तों ने भावपूर्ण नाम-संकीर्तन किया. कथा के पश्चात इस्कॉन गर्ल्स फोरम की सदस्यों ने सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी. पश्चात् सभी ने महाप्रसाद ग्रहण किया।
संपूर्ण रथ यात्रा के दौरान नागपुर पुलिस का उल्लेखनीय सहयोग प्राप्त हुवा। जगह जगह पुलिस तैनात की गयी. इस कार्यक्रम के सफलतार्थ ब्रजेन्द्र तनय प्रभु, नित्यानंद चैतन्य प्रभु, विशाल प्रभु, सुदामा प्रभु, पुण्यश्लोक प्रभु , वेणुगोपाल प्रभु, अमयआत्मा प्रभु, पुरुषोत्तम ठाकुर प्रभु, करपंकज प्रभु, रघुपति शरण प्रभु, जयकृष्ण प्रभु, नरहरि ठाकुर प्रभु, श्री बलराम प्रभु, वामन प्रभु, साधुकृपा प्रभु, प्राणबंधु प्रभु, प्राणनाथ प्रभु, राजेश रैकवार, साधनाभक्ति माताजी, गोविंद प्रिया माताजी, आदिशक्ति माताजी, प्रवीण साहनी, संजय गुप्ता, योगेश तितरमारे, अर्जुन रैकवार, किशन यादव , अशांक, अक्षय, कुणाल, जिग्नेश, प्रथमेश, शुभम, नवनीत, यश, नारायण आदि भक्तो ने प्रयास किया।