नागपुर: लंबे समय से वांछित चल रहे भाजपा नेता और महाराष्ट्र स्टेट कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड के अध्यक्ष मुन्ना यादव को कोराड़ी मंदिर परिसर में देखे जाने की चर्चा जोरों पर रही। मुन्ना और उनके बेटे करण और अर्जुन पर हत्या के प्रयास को लेकर मामला चल रहा है। जिसके बाद से गिरफ्तारी से बचने के िलए मुन्ना यादव लंबे समय से फरार चल रहे हैं। लेकिन कोराडी मंदिर में उनकी परिवार समेत मौजूदगी की फोटो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही है। हालांकि पुलिस इस बात की पुष्टि करने में जुटी हुई है कि पोस्ट की गई तस्वीर वर्तमान की है या पुरानी। लेकिन इन सब के बीच मुन्ना के वांछित होने के बाद भी कोराड़ी में दिखाई दिए जाने की चर्चाओं का बाजार सोशल मीडिया में गर्म रहा।
बता दें कि मुन्ना यादव का परिवार समेत कोराडी मंदिर में पूजा किए जाने की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। हालांकि इस बात की पुष्टि फिलहाल नहीं हो पाई है कि संबंधित वायरल हुई तस्वीर मंगलवार की है या फिर पुरानी है। लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस पोस्ट पर कई कमेंट लिखे जा रह हैं, जिसमें शहर पुलिस यंत्रणा की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए गए हैं। मुन्ना यादव की खोजबीन में जुटी पुलिस टीम की कार्यप्रणाली पर भी टिप्पणियों की बरसात हो रही है। हालांकि पुलिस विभाग भी तस्वीर की तिथि को खंगाल रही है कि यह है कब की है। लेकिन अगर यह तस्वीर मंगलवार की है, तो यह पुलिस प्रशासन के लिए बहुत बड़ा चैलेंज साबित हो सकता है।
बता दें कि 21 अक्टूबर 2017 को मुन्ना और मंगल यादव गैंग के बीच झड़प हुई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार अक्टूबर 20 को संतोष यादव, मंगल यादव के दामाद, अपने ससुराल आए थे। आरोप है कि मुन्ना यादव गैंग की ओर से उनके वाहन पर पत्थर फैंके गए थे। इसके बाद मंगल यादव की बहन मंजू यादव जब अपने ससुराल में थी तब मुन्ना का बेटा करण पटाखे फोड़ रहा था। लेकिन मंजू के बच्चे पास में खेल रहे थे, तो उसने करण को पटाखे न जलाने के लिए कहा। इसके बाद दोनों में कहा सुनी हो गई। इसके बाद मंजू की मां कृष्णा यादव ने बीच बचाव की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी और विवाद बढ़ता चला गया। इसके बाद मंगल का भाई गब्बर यादव भी वहां पहुंच गया। मुन्ना के साथ अर्जुन, बाला यादव की पत्नी लक्ष्मी ने घटना स्थल पर पहुंच कर गब्बर यादव और मंजू पर लोहे की रॉड, तलवार और ईंटों से हमला कर दिया। बाद में मंजू ने तुरंत मंगल यादव और पापा यादव को बुलाया। इसके बाद मंगल घटना स्थल पर अपने बेटे सागर, भाई पापा और मित्र अनिस मुदलियार के साथ पहुंचे।