महाराष्ट्र/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री हर राज्य के सांसदों से अलग-अलग मिल रहे हैं। इसी क्रम में वे गुरुवार को महाराष्ट्र के सांसदों से मिले। प्रधानमंत्री अपनी मुलाकात में सांसदों को केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को समाज के गरीबों, दलितों, पिछड़ों और पसमांदा लोगों तक पहुंचाने पर जोर देते हैं। साथ ही प्रधानमंत्री सभी सांसदों से उनके विचार भी जानने की कोशिश करते हैं। वे विभिन्न केंद्रीय योजनाओं की उनके संसदीय क्षेत्र में प्रगति की स्थिति भी पूछते हैं। कार्यक्रमों को लागू करने में आने वाली परेशानियों पर भी इस दौरान चर्चा की जाती गई। महाराष्ट्र के इन सांसदों से मुलाकात के समय केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री अंतत कुमार भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने सांसदों से कहा कि वे फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल मीडिया वाली साइटों पर लगातार सक्रिय रुप से बने रहें।
देश के विकास में योगदान देने के लिए नागरिकों को प्रेरित करें सांसद
प्रधानमंत्री ने इस बैठक में भारत छोड़ो आन्दोलन के 75 वर्ष का सन्दर्भ देकर कहा कि 15 से 30 अगस्त तक देशभर में तिरंगा-संकल्प यात्रा निकालने का निर्देश दिया। साथ ही पीएम मोदी ने देश के नागरिकों को अगले 5 साल में भारत को विकास के हर क्षेत्र में नई ऊँचाई तक ले जाने के लिए अपना सक्रिय योगदान देने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित करने को कहा।
केंद्रीय योजनाओं का जन-समूहों में करें प्रसार
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने मुद्रा योजना, उज्ज्वला योजना, फसल बीमा योजना सहित गांव और किसानों की ज़िंदगी में बदलाव लाने वाली केन्द्र और राज्य सरकार की नई पहल के बारे में जन-समूहों में प्रसार करने का भी आह्वान किया। सांसदों ने अपने क्षेत्र में भारत सरकार की योजनाओं से हो रहे आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन के बारे में प्रधानमंत्री को अवगत कराया। संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार भी इस दौरान मौजूद रहे। इससे पहले प्रधानमंत्री महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, चंड़ीगढ़, दिल्ली व गुजरात समेत कई राज्यों के भाजपा सांसदों से मुलाकात कर चुके हैं।
आंध्र प्रदेश के सांसदों से मिले वेंकैया नायडू
उधर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के प्रत्याशी वेंकैया नायडू ने गुरुवार को आंध्र प्रदेश के सांसदों से नई दिल्ली में मुलाकात की। इससे पहले उन्होंने सांसदों को पत्र लिखकर उपराष्ट्रपति पद के लिए उन्हें वोट देने की अपील की थी।