पहले से ही दिग्रस (बू.) से गुजर रही राज्य सार्वजानिक बांधकाम विभाग की मार्ग
नागपुर/काटोल: प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत अनेक गांव को मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा.इस क्रम में काटोल तहसील के दिग्रस (बू.) गांव के मध्य से नया रास्ता निर्माण करने की योजना से गांव वासी संकट में आ गए.गांव के बिच से द्रुतगति से वाहनों की आवाजाही से दुर्घटनाएं बढ़ने की संभावना के मद्देनज़र गांव के बाहरी भाग से सड़क निर्माण की मांग की जा रही.इस सन्दर्भ में नागपुर जिला ग्रामीण कांग्रेस कमिटी के महासचिव प्रताप ताटे ने PMGSY की कार्यकारी अभियंता को निवेदन सौंपा।इसके पूर्व इन्होंने स्थानीय विधायक व राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख से भी इस सन्दर्भ में उन्हें लिखित रूप से अवगत करवाया तो उन्होंने भी सम्बंधित अधिकारी को सकारात्मक दिशा-निर्देश अर्थात NECESSARY ACTION दिए.
ताटे ने बताया कि प्रस्तावित मार्ग PMGSY-३ के CORE NETWORK में आने से जान-माल की नुकसान बढ़ गई हैं. मार्ग निर्माण पश्चात् भारी-तेज गति से वाहनों की आवाजाही से दिग्रस (बू.) गांव के बच्चों,बुजुर्ग को सड़क दुर्घटना जैसी दिक्कतों का सामना करना पद सकता हैं.इस गांव को सड़क से जोड़ना सही निर्णय हैं लेकिन सड़क से जोड़ने के नाम पर गांव के बीचोबीच से सड़क निर्माण करना धोखादायक हैं,PMGSY का ऐसा उद्देश्य कतई नहीं होंगा लेकिन सड़क निर्माण करने हेतु प्रारूप तैयार करने वालों ने प्रत्यक्ष में आने वाली समस्या के सन्दर्भ में गांव वासियों से चर्चा/सलाह मशविरा किये बिना प्रारूप तैयार कर मंजूरी भी ले ली,जो निंदनीय हैं.
ताटे ने आगे कहा कि सरकारी योजना कितनी भी बड़ी क्यों न हो,जनहितार्थ होनी चाहिए न की जान विरोधी,यह गांव से कई गांव को जोड़ने संबंधी सड़क पहले से ही हैं.इसलिए उक्त मार्ग को का निर्माण रोक गांव के बाहर से सड़क निर्माण करने की मांग गांव वासी ने की हैं.
समाचार लिखे जाने तक PMGSY की कार्यकारी अभियंता ने कोई ठोस व गांव वासी के हित में निर्णय/बदलाव नहीं किया।
उल्लेखनीय यह हैं कि उक्त गांव से २ वर्ष पूर्व राज्य सार्वजानिक बांधकाम विभाग ने STATE HIGHWAY का निर्माण कर चुकी,जनता में जागरूकता न होने से इस मार्ग से आये दिन तकलीफें झेल रहे हैं.