नागपूर: आज स्मार्ट सिटी कि बैठक में चेअरमन प्रविण परदेसी ने स्पष्ट किया कि, उन्होने कभी भी आयुक्त मुंढे को सी.ई.ओ. का पदभार लेने के लिये नही कहा I ना ही इस बारे में कोई लिखित पत्र जारी किया I
फिर भी आयुक्त मुंढे ने सी.ई.ओ. पद पर नही होने के बावजुद उस पद के अधिकार का उपयोग कर भारी आर्थिक अनियमितता को अंजाम दिया जो की दंडनीय अपराध है I इस बारे में महापौर ने पोलीस आयुक्त को ज्ञापन देकर तथा संबंधित सदर पोलीस स्टेशन में एफ.आय.आर. दर्ज कि है I चुंकी जब बोर्ड मिटिंग में सब स्पष्ट हो चुका है, तो महापौर की शिकायत पर पोलीस आयुक्त ने तुरंत कारवाई कर ऐसे बेजाबदार अधिकारी मुंढे को गिरफ्तारी के आदेश जारी करने मांग विधायक कृष्णा खोपडे ने की है I
मुआवजे कि रुकी किश्त मिलने के भी दिये आदेश
प्रकल्पबाधितो को मुंढे की नियुक्ती के पूर्व कुछ किश्तो का भुगतान हो चुका था I किंतु मुंढे ने इनकी किश्त रोककर करोडपती ठेकेदार को पैसे देना ज्यादा उचित समझा, जिसका हमने पुरजोर विरोध किया I परदेसी से चर्चा कर इन प्रकल्पबाधितो के मुआवजे कि रुकी किश्त तुरंत देने हेतू गुहार लगाई I परदेसी ने ऐसे प्रकल्प बाधितो की मुआवजे की रुकी किश्त का भुगतान भी तुरंत करने के आदेश ने दिये है I
विधायक कृष्णा खोपडे ने कहा की, पूर्व नागपूर में स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट केंद्र सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है I आयुक्त मुंढे कि नियुक्ती के पूर्व जब सोनवणे सी.ई.ओ. थे, तब स्मार्ट सिटी का यह प्रोजेक्ट तीव्र गती से आगे बढ रहा था तथा देश में पहले क्रमांक पर था I लेकीन मुंढे कि नियुक्ती के बाद उन्होने स्मार्ट सिटी के कार्य को आगे बढाने की बजाय पिछे ढकेलने का ही काम किया I यहा तक तो ठिक था लेकीन उन्होने खुद को स्मार्ट सिटी का सी.ई.ओ. घोषित कर स्मार्ट सिटी के फंड कि बडे पैमाने पर अफरातफरी की I जिस वजह से यह प्रोजेक्ट 28 वे नंबर पर खिसक गया I स्मार्ट सिटी का प्रोजेक्ट रोखने से वहा के रहीवासियो के बुरे हाल है I कई जगह रोड खोद कर रख दीया, लेकीन उस ओर मुंढे ने कभी ध्यान ही नही दिया I केवल जनप्रतिनीधीयो को ही जनता के रोष का सामना करना पड रहा है I एक ओर मुंढे केवल मिडीया में छाये रहने के लिये काम कर रहे है I वही दुसरी ओर मुख्यमंत्री अपनी सरकार बचाने के लिये आपस में ही मनमुटाव दूर करने में लगे है I शिवसेना के कुछ नेता जो कभी स्मार्ट सिटी का विरोध करते थे, वे भी आज स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के बुरे हाल पर मौन धारण किये हुये है I
गडकरी-फडणवीस के धुआंधार विकास कार्यो से ठाकरे सरकार हुई भयभीत
केंद्रीय मंत्री नितीनजी गडकरी तथा पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्रजी फडणवीस के नेतृत्व में नागपूर शहर मे न भूतो न भविष्यति इस प्रकार का धुआधार विकासकार्य जारी है I जिससे कॉंग्रेस-राष्ट्रवादी एवं शिवसेना के नेतागण अपनी जमीन खिसकती देखकर कोरोना कि आड लेकर नागपूर शहर में आयुक्त तुकाराम मुंढे तथा महाराष्ट्र सरकार के माध्यम से विकासकार्यो को ठप करने का षड्यंत्र कर रही है I
बोर्ड मिटिंग में मुझे नही बुलाना भी साजिश
विधायक कृष्णा खोपडे ने आगे कहा की, पहली बार किसी विधायक को उनके निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित विकासकार्यो के बारे में हो रही बैठक में आमंत्रित नही किया गया, जो की एक साजिश के तहत मालूम होता है I पूर्व नागपूर से संबंधित विषय होने के बावजुद मुझे सूचना न देना समज से परे है I शायद ठाकरे सरकार तथा मुंढे को उनके पापो का पिटारा खुलने का डर होगा, इसिलीये गलत परंपरा का आगाज तिघाडी सरकार के इशारे पर मुंढे ने किया है.