मुंबई पुलिस के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा को जिस तरह फिल्मी स्टाइल में बिना जांच नौकरी से हटाया गया था, उसी अंदाज में वह कोर्ट से जीतकर फिर खाकी वर्दी पहन देश सेवा के लिए एक बार फिर तैयार हो गये हैं,वह भी पदोन्नति के साथ।मूल रूप से आगरा के रहने वाले शर्मा का पिछला एक दशक काफी कठिन गुजरा।
महाराष्ट्र पुलिस से 9 साल पहले सस्पेंड किए गए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा एक बार फिर खाकी वर्दी में दिखाई देंगे. उनकी तैनाती वहां के डीजी दफ्तर में हुई है. शर्मा पर दाऊद इब्राहिम के लिए काम करने के आरोप भी लगे थे और उन्हें फर्जी एनकाउंटर के एक मामले में सस्पेंड किया गया था.
प्रदीप शर्मा 312 एनकाउंटर ऑपरेशनों का हिस्सा रहे हैं, उन्होंने अपने हाथों से 100 से ज्यादा लोगों का एनकाउंटर किया है. इनमें लश्कर आतंकी समेत अंडरवर्ल्ड के कई गुंडे शामिल हैं. उन पर आरोप लगे थे कि वह दाऊद इब्राहिम के लिए काम करते हैं और डी कंपनी के इशारे पर एनकाउंटर करते हैं.
नंबवर 2006 के लखन भईया एनकाउंटर मामले में जांच के बाद यह साफ हो गया था कि यह एंनकाउंटर पूरी तरह से फर्जी था. इस मामले में मुंबई पुलिस के 13 कर्मचारियों और अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था. इनमें प्रदीप शर्मा भी शामिल थे. उन्हें फर्जी एनकाउंटर का आरोप मानते हुए साल 2008 में सस्पेंड कर दिया गया था. बाद में उन्हें रिहा कर दिया. अब उन्हें मुंबई पुलिस में वापस ले लिया गया है. कुछ समय पहले प्रदीप शर्मा राजनीति में आने पर विचार कर रहे थे.
.. रविकांत कांबले