नागपुर: मुख्यमंत्री के गृहनगर नागपुर में कानून और सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति बेहद ख़राब होने का दावा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक चव्हाण ने किया है। चव्हाण के मुताबिक शहर की सुरक्षा सरकार के नियंत्रण से बाहर जा चुकी है। सिर्फ नागपुर ही नहीं राज्य भर में यही हालत है। बीते 100 दिनों में 63 खून हुए है। मालेगाँव और धुले में हुए हत्याकांड में निर्दोष लोगों की जाने गई।
मुख्यमंत्री ख़ुद नागपुर के है लेकिन यहाँ अपराध चरम पर है राजधानी के साथ ही उपराजधानी भी अपराधियों के चंगुल में फंस चुकी है। पुलिस पर इस सरकार का कोई नियंत्रण नहीं दिखाई पड़ता। सरकार की गलत नीतियों की वजह से किसान परेशान है। मानसून अधिवेशन के दौरान राज्य कानून और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरने की बात चव्हाण ने कही।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने बुधवार को विधिमंडल परिसर में स्थित पार्टी विधायकों के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने किसानों और सुरक्षा व्यवस्था के बारे में तो खुलकर बात की लेकिन सिडको में उनकी ही पार्टी द्वारा उजागर किये गए भ्रस्टाचार के मामले में बोलने पर कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। इस मामले पर चव्हाण ने कहाँ इस मुद्दे पर वरिष्ठ नेताओं ने प्रेस से बात की है इसलिए इस पर उनका कुछ कहना उचित नहीं होगा।