नागपुर: शनिवार 20 अगस्त 2016 को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने टीएएल कंपनी द्वारा निर्मित 5000 वे फ्लोर बीम का डिस्पैच मिहान स्थित यूनिट से किया। बीते दो वर्षों से नागपुर के मिहान में कार्यरत टाटा मोटर्स के उपक्रम टीएएल, मिहान में 787 ड्रीमलाइनर विमान के लिए फ्लोर बीम का निर्माण करती है। विश्व भर में 787 ड्रीमलाइनर विमान का निर्माण बोइंग कंपनी द्वारा किया जाता है। इस विमान में लगने वाले फ्लोर बीम का निर्माण नागपुर में ही किया जाता है। शनिवार को एक समारोह के दौरान मिहान में तैयार किये गए 5000 वे फ्लोर बीम का डिस्पैच किया गया।
इस समारोह के दौरान उपस्थित मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है। वह यूएसए में बोइंग के कारखाने में जाकर उनके शहर में उत्पादित इस फ्लोर बीम को देख चुके है। अपने नागपुर को ग्लोबल मैप में देखकर उन्हें बहुत अभिमान होता है। पहले बेहतर मानव संसाधन राज्य के मुंबई, पुणे, नाशिक जैसे शहरो में उपलब्ध होता था। पर इस प्रोजेक्ट की कामियाबी ने बता दिया की नागपुर और विदर्भ में बेहतर मानव संसाधन उपलब्ध है। आने वाले समय में नागपुर की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए जीएसटी शहर को औद्योगिक रूप से पॉवरफुल बना देगा। टीएएल मिहान की ब्रांड एम्बेसडर कंपनी है। अब यहा से मेक इन इंडिया फॉर वर्ल्ड के लिए उत्पाद निर्मित किये जायेगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिहान के विकास के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी। एयर इंडिया में एमआरओ के साथ स्पाइस जेट कंपनी का करार हुआ है। जल्द ही कंपनी के विमान मेंटनेस के लिए इसी एमआरओ में आयगे। सरकार नागपुर को वर्ल्ड क्लास एयरपोर्ट और कार्गो की फैसलिटी के तहत विकसित करेंगी। इस दिशा में जल्द ही काम शुरू हो जायेगा और जल्द ही इसका लाभ भी मिलाना शुरू हो जायेगा। नागपुर के युवाओं ने दिखा दिया की वह किसी भी कंपनी में किसी भी तरह का काम कर सकते है। उन्हें विदर्भ के युवाओं पर अभिमान है।
दौरान नितिन गड़करी ने कहा कि ऐरोस्पेस की ग्रोथ रेट वर्तमान समय में 22 प्रतिशत है। यह प्रगति बताती है कि इस क्षेत्र में अपार संभावना है। टीएएल कंपनी कंपनी ने विदर्भ के लोगो को रोजगार उपलब्ध कराया है। उनका और मुख्यमंत्री का सपना है मिहान में पांच वर्षो में 50 हज़ार युवाओं को रोजगार मिले। इसके लिए सरकार प्रयासरत है। मिहान का विकास किसी भी सूरत में किया जायेगा। विदर्भ के पास ऐरो स्पेस इंड्रस्टी के लिए भी बेहतर मानव संसाधन मौजूद है। उनके विभाग ने वॉटर ट्रांसपोर्ट का काम शुरू किया है। गंगा नदी में एक प्रोजेक्ट शुरू भी कर दिया गया है। उनका लक्ष्य दो लाख मैट्रिक टन का ट्रांसपोर्ट गंगा नदी में करना है। इसके लिए देश भर में 200 वॉटर पोर्ट का निर्माण किया जायेगा। केंद्र सरकार नई संभावनाओ को न सिर्फ तलाश रही है बल्कि उसे मूर्तरूप भी दे रही है। हम सी प्लेन के माध्यम से पर्यटन को बढ़ाने की दिशा में बढ़ रहे है। बोइंग अगर इसमें मदत करे और सी प्लेन नागपुर में ही निर्माण करे तो उन्हें बेहद ख़ुशी होगी।
टाल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजेश खत्री ने कहा कि नागपुर इस प्रोजेक्ट के लिए लाभकारी साबित हुआ है। यहा हम बेहतर काम कर रहे है। 2012 में शुरू हुआ यह युनिट तेजी से बढ़ रहा है। कंपनी में 80 प्रतिशत कर्मचारी विदर्भ के है। आने वाले दिनों में कर्मचारियों की और भर्ती होगी और विदर्भ के युवाओं को मौका मिलेगा। इस काम में बोइंग ने अहम साथ निभाया है। भविष्य में नागपुर से ही कंपनी एयरबस के लिए मशीनरी का निर्माण करेगी। देश में यह टीएएल एकमात्र कंपनी है जो ऐसे उत्पाद बनाती है। कंपनी का एयरबस से भी करार हुआ है इसके लिए भी नागपुर में ही बीम निर्माण जायेगा। कंपनी पानी के जहाजों के पार्ट्स बनाने वाली भी देश में यह एकमात्र कंपनी है।
कार्यक्रम में मौजूद बोइंग कंपनी के इंडिया प्रेसिडेंट प्रत्यूष कुमार ने कहा कि नागपुर में जिस तरह से काम हुआ है। उससे कहा के युवाओं की काबिलियत और कार्यक्षमता सिद्ध होती है। बोइंग के सीनियर उपाध्यक्ष दिनेश केसकर ने कहा कि वह विदर्भ में पढ़े है और यहां से उनका भावनात्मक जुड़ाव है। इसलिए इस प्रोजेक्ट का नागपुर में शुरू होना उनकी भावना से जुड़ा है। बोइंग और टीएएल विश्वस्तरीय कंपनी है। इस क्षेत्र में अपार संभावना है। भविष्य में ऐरोस्पेस से जुड़ी कई कंपनिया नागपुर में आने वाली है जिस वजह से नागपुर के पास इस क्षेत्र में विकास की अपार संभावना है।
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक और कंपनी के डायरेक्टर रघुनाथ मशीरकर ने भी अपने विचार रखे और केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया अभियान की वजह से देश में उत्पादन के बढ़ने की संभावना भी जताई।
इस कार्यक्रम में जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, महापौर प्रवीण दटके, सांसद कृपाल तुमाने और टीएएल कंपनी के चैयरमेन आर. एस. ठाकुर के साथ बोइंग, टेल और मिहान के अधिकारी उपस्थित थे।