– पूर्व छात्रों द्वारा 52 वर्षों के बाद ऐतिहासिक पुनर्मिलन का आयोजन
नागपुर– श्री मथुरादास मोहता साइंस कॉलेज, नागपुर के 1969 और 1970 बैच के छात्रों ने रविवार 24 जुलाई, 2022 को “मोहता संमित्र परिवार” द्वारा 92 से अधिक सदस्यों के एक व्हाट्स ऐप समूह द्वारा कॉलेज जीवन के 52 साल पूरे होने पर अपना पहला पुनर्मिलन आयोजित किया था।
हमारे समय के उत्कृष्ट और दयालु शिक्षकों ने हमारे करियर को आकार देने में दर्द उठाया, जो मानव संसाधन विकास क्षेत्र में चिकित्सा, दंत चिकित्सा, कानून, प्रोफेसरों / शिक्षकों, फिजियोथेरेपी, होम्योपैथी, शोधकर्ताओं, शिक्षाविद, फार्मासिस्ट, व्यवसायी और राजनेता के क्षेत्र में दिग्गजों को बनाने में परिलक्षित हुआ है।
कुछ नाम रखने के लिए .. डॉ चंद्रशेखर देवपुजरी (न्यूरोसर्जन), डॉ विलास डांगरे (होम्योपैथी), डॉ. उदय बोधनकर (बाल विशेषज्ञ और अंतर्राष्ट्रीय व्यक्तित्व), डॉ राम ठोम्बरे (डेंटल कॉलेज के डीन / निदेशक), डॉ सुरेश गुप्ता (निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं)। डॉ शशिकांत गणेशपुरी (नेत्र रोग विशेषज्ञ) डॉ सुरेश गुप्ता पूर्व डीडीएचएस, डॉ हेमंत और डॉ. अर्चना जोशी (मानवता सेवाओं की बेहतरी के लिए हार्ड कोर वर्कर) डॉ. सुधीर मांगरुलकर (फिजियोथेरेपिस्ट और उत्कृष्ट फोटोमैगेशियन), प्रो. विट्ठल डंभारे और प्रो. विनोद बोरगांवकर, शिक्षक उत्कृष्टता, प्रो अविनाश सेनाड, प्राचार्य, अधिवक्ता, प्रकाश शेंड्रे, प्रसिद्ध कवि अनिल शेंडे, प्रदीप पांडे, मानव संसाधन निदेशक, दुबई, जो विशेष रूप से समारोह के लिए आए थे विनोद येस्कडे (एसीपी-सेवानिवृत्त), सदानंद निमकर, कई बैंक अधिकारी / एलआईसी अधिकारी और इसी तरह कई पूर्व छात्र जो अपनी सेवाओं से समाज में अच्छी प्रतिष्ठा रखते हैं और अच्छी प्रतिष्ठा अर्जित करते हैं।
लगभग 90 पूर्व छात्र प्रातः 8 बजे अल्मा मेटर में एकत्रित हुए, कॉलेज परिसर का चक्कर लगाया और भावनाओं से भर गए।
सरस्वती पूजन से परंपरा के अनुसार समारोह की शुरुआत हुई। नागपुर शिक्षण मंडल के अध्यक्ष श्री मोहित डी. शाह और सचिव डॉ. हरीश राठी का अभिनंदन किया गया। हमारे युग के प्रोफेसरों को भी स्मृति चिन्ह, शॉल, श्रीफल और गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया। हम इन शिक्षकों के आभारी हैं कि उन्होंने 85 से 92 वर्ष की आयु में भारी बारिश के बावजूद अपने बुढ़ापे और प्रतिकूल स्वास्थ्य स्थितियों के बावजूद कॉलेज में प्रवेश किया। हम उनके लिए उनके प्यार और स्नेह के लिए उन्हें दिल से सलाम करते हैं। प्रो. डॉ. बी.एम. मुऱ्हार, प्रो. डॉ. के. डी गोमकाले, प्रो. अनिरुद्ध मुरकुटे, डॉ. दत्तात्रेय काठीकर, प्रो. दिनकराव के. बंगाले, प्रो. प्रदीप परांजपे, प्रो. प्रभा टकले जोग, उपस्थित थे । इन्हे सम्मानित किया गया।
वाइस प्रिंसिपल डॉ. प्रो. साहा मैडम ने पूर्व छात्रों के आने पर संतोष व्यक्त किया। पूर्व छात्रों ने शीघ्र ही महाविद्यालय को उपयोगी वस्तु उपहार में देने के लिए 51 हजार रुपये से अधिक का योगदान दिया है। साथ ही महाविद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया गया। हमने खुशी और अपार खुशी के साथ कॉलेज छोड़ा। बाद में महाराज बाग क्लब अमरावती रोड नागपुर में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
औपचारिक उद्घाटन समारोह के बाद, सदस्यों ने अपना और परिवार के सदस्यों का परिचय दिया। स्मरणिका, कलाकार डॉ. सुधीर मंगरुलकर की रचना, प्रो. विट्ठल डंभारे और डॉ. विनोद बोरगांवकर द्वारा योगदान से तय्यार की गई जिसका विमोचन डॉ विलास डांगरे, जाने-माने होम्योपैथ और हमारे बैच मेट के हाथों जारी कीया गया ।
बाद में श्री अनिल शेंडे और श्रीमती साधना बंसोड़ और श्रीमती चित्रा जोशी द्वारा रचित सांस्कृतिक कार्यक्रम को कई लोगों द्वारा प्रस्तुत किया गया जो स्वादिष्ट दोपहर के भोजन के बाद मिठाई दावत में बदल गया। सभी को ग्रुप फोटो और सेल्फी फोटो के साथ स्मरणिका तथा खूबसूरत स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। कई लोगों द्वारा भाव साझा करने और राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। सभी मिलन की मधुर स्मृतियों के साथ फिर से मिलने की कामना के साथ विदा हुए। श्री प्रदीप सराफ, श्री प्रदीप साठे श्री श्रीधर लुटे, श्रीमती चित्रा जोशी डोके और श्रीमती साधना बंसोड़ कर्वे।डॉ. सुधीर मंगरूलकर, डॉ. शशिकांत गणेशपुरी, श्री श्रीधर चव्हाण, प्रो. विट्ठल दांभरे, प्रो. विनोद बोरगांवकर, श्री अनिल शेंडे जैसे सबसे समर्पितङ उत्साही सदस्यों के साथ आयोजन दल का नेतृत्व डॉ. उदय बोधनकर और डॉ. राम ठोंम्बरे ने किया था।