– वेतन सरकार से लेकर कार्य ठेका फर्मों का संरक्षण के लिए सक्रीय हैं
नागपूर : कोल इंडिया लिमिटेड की अनुसांगिक कंपनी वेस्टर्न कोल फिल्ड्स लिमिटेड के सभी क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालयों को एवं क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालयों में कार्यरत लोकसूचना अधिकारियों पर धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार का खुल्लम- खुल्ला आरोप मढ़ा जा रहा है ? तत्संबंध में ‘आल इंडिया सोसल आर्गनाईजेशन’ द्धारा किये गये सर्वेक्षण के मुताबिक ये वेकोलि के बदनाम लोक सूचना अधिकारी और क्षेत्रीय प्रबंधक मासिक वेतन सरकार से लेते हैं और कार्य अनावेदक फर्म के संरक्षण और लाभ पहुंचाने के लिए करते हैं ?
हाल ही के दिनों मे वेकोलि के क्षेत्रीय महाप्रबंधक कार्यालयों तथा क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालयों के वित्तीय अधिकारियों द्धारा कथित कुछेक निविदा धारक ठेकेदारों को फर्जी ‘लेवर पेमेंटशीट’ के आधार पर बिलों का भुगतान के संबंध में मामला उठा था, जिसमें पिछले दस सालों में करीबन 120 से 150 करोड रुपये का अनियमितता होने की अंदेशा पर गर्मागर्म चर्चा वित्त विभाग में हो रही ?
जिसकी सूचना अधिकार अंतर्गत जानकारी मांगी गई थी. बताते है कि सूचना आवेदक द्धारा प्रस्तुत आवेदन मिलते ही वेकोलि के संबंधित सूचना अधिकारियों ने ठेका फर्म को सूचना देकर उसे सतर्क कर दिया हैं. साथ ही उसके बचाव में सक्रीय हैं.
इससे स्पष्ट हुआ कि वेकोलि प्रबंधन पश्चिमी कोयला अंचल को आर्थिक नुकसान पहुंचाने हेतु सक्रीय हैं ? बताते है कि वाहन आपूर्ती फर्म,मजदूर आपूर्ती फर्म,निर्माण कार्यों के ठेका फर्म,वार्षिक विधुत सुव्यवस्था फर्म इत्यादी अनेक दोषी फर्मों के फर्जीवाड़े को निर्दोष साबित करने के लिए वेकोलि के सेक्शन अधिकारियों द्धारा नियमों और शर्तों की धज्जियां उडाई जा रही है .
सूत्रों की माने तो इस प्रकरण की केन्द्रीय अन्वेषण ब्युरो की तरफ से निष्पक्ष और सूक्ष्म जांच-पड़ताल करवाने तथा दोषियों पर कठोर से कठोर कारवाई होना चाहिये ,उक्त मांग आल इंडिया सोसल आर्गनाईजेशन ने की है.