नागपुर: सरकार पर लगातार हमले करने वाले भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष डॉ प्रकाश आंबेडकर ने केंद्र सरकार पर रविवार को एक और सनसनीखेज आरोप लगाया। नागपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आंबेडकर ने पुलवामा हमले को लेकर ये आरोप लगाया है। जिसमे उन्होंने कहाँ है कि पुलवामा में आर्मी के वाहन में हुए हमले की जानकारी पहले से ही सरक़ार के पास थी,सरकार अगर चाहती तो ये हमला रोका जा सकता था मगर ऐसा हुआ नहीं। ,आंबेडकर ने एक पत्र के हवाले से यह कहाँ जिसे उन्होंने पत्रकारो के सामने सार्वजनिक किया। उन्होंने दावा किया कि यह पत्र जम्मू-कश्मीर आर्मी हेडक़्वार्टर से 8 फ़रवरी 2019 को जारी हुआ था।
जिसे अन्य सुरक्षा एजेंसियो के साथ केंद्र सरकार की कैबिनेट के पास भी भेजा गया था। इस पत्र में सैनिकों के मूवमेंट के पहले रास्ते को साफ़ करने का आदेश दिया गया है। आंबेडकर ने कहाँ कि 14 फ़रवरी को हमला हुआ अगर पर ठीक ढंग से कार्रवाई होती तो यह हमला टाला जा सकता था। उन्होंने केंद्र सरकार की तरफ से इस मामले में केंद्रीय कैबिनेट के वरिष्ठ मंत्री और नागपुर से लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी नितिन गड़करी को जवाब देने चाहिए।
आंबेडकर ने कहाँ कि इस मामले में देश के वर्त्तमान प्रधानमंत्री कुछ नहीं बोलेंगे लेकिन नागपुर में जो हवा बह रही है उसके मुताबिक गड़करी देश के प्रधानमंत्री बनने वाले है। इसलिए उन्होंने इसका जवाब देना चाहिए। आंबेडकर के मुताबिक इतने संवदेनशील मसले पर कैबिनेट में जरूर चर्चा हुई होगी।
उसमे क्या फैसला हुआ इसकी जानकारी देश को होना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया की सैनिको को ले जाने वाले वाहनों में आत्मघाती हमले के प्रभाव को कम करने के लिए एक खास सिस्टम लगाया जाता है वह इस वाहन में क्यूँ नहीं लगाया गया। आंबेडकर ने हालही में हुए एयर स्ट्राइक का केंद्र सरकार द्वारा राजनीतिकरण किये जाने की बात कहीं,उनके मुताबिक ये चुनाव इसी के इर्दगिर्द घूम रहा है सरकार की तरफ से कई दावे किये जा रहे है।
मगर इसकी हकीकत किसी को पता नहीं, इसलिए जरुरी है की इस हमले की फोटोग्राफ जारी किये जाये। शहर की राजनीति पर बोलते हुए आंबेडकर ने कहाँ कि कांग्रेस के प्रत्याशी नाना पटोले डमी उम्मीदवार है और नागपुर में 21 लाख मतों में से 10 लाखों मतों का बीजेपी को सीधे-सीधे नुक्सान हो रहा है। उन्होंने इस चुनाव में कांग्रेस पर बीजेपी को फायदा पहुँचाने की बात कहते हुए बीजेपी सेना गठबंधन से उनकी सीधी चुनावी टक्कर होने का दावा किया।