नई दिल्ली: चारा घोटाले में लालू की 3 साल की जेल की सजा के विरूद्ध लालू के परिजन व राजद वाले तो अभी ऊपरी अदालत में जायेंगे, उसमें जो होगा उसके बाद राजद की राजनीतिक दिशा तय होगी। लेकिन लालू के जेल में रहने के दौरान राजद अनाथ नहीं होगा।
सूत्रों का कहना है कि अपने बच्चों सहित मोर्चा राबड़ी संभालेंगी। वह आने वाले चुनावों में जनता से भावुक अपील करेंगी कि मात्र कुछ लाख या अधिक से अधिक कुछ करोड़ के मामले में उनके पति जेल में हैं। और लाखो करोड़ के कोयले, 2 जी के मामले में लोगों को पालतू सीबीआई के मार्फत बचाकर आरोप मुक्त कराया जा रहा है। उनके साथ घोषित –अघोषित गठबंधन किया जा रहा है । कोयला मामले में तो जिनपर भी आरोप लगे हैं उनके यहां बड़े कार्यक्रमों में तथाकथित सुचिता वाले सत्ताधारी बड़े साहब लोग जा रहे हैं। ये सब राष्ट्रभक्ति, देशभक्ति, सुचिता, ईमानदारी के तहत किया जा रहा है।
चर्चा यह भी है कि केन्द्र के आला सत्ताधारियों की कोशिश राबड़ी, उनकी बेटी मीसा, व दोनों बेटों को भी आय से अधिक सम्पत्ति आदि मामले में जेल भेजवाने की है । ताकि बिहार में राजद का सफाया हो जाये। पर सबकुछ वही तो नहीं होता जो व्यक्ति सोचता है। रावण भी जो सोचता था वही नहीं हुआ था।
—कृष्णमोहन सिंह