बजाज ग्रुप के चेयरमैन राहुल बजाज ने मोदी सरकार के दिग्गज मंत्रियों के सामने ही दिल की बात कह डाली। उन्होंने लिचिंग से जुड़े केसों में प्रभावशाली ऐक्शन की कमी, प्रज्ञा ठाकुर के विवादास्पद बयान और कॉरपोरेट जगत में केंद्र सरकार की आलोचना करने की घटती हिम्मत को लेकर अपनी बातें रखीं।
उनके सामने मंच पर गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और रेलवे व वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल बैठे थे। मुंबई में द इकॉनमिक टाइम्स के अवॉर्ड फंक्शन में राहुल बजाज ने कहा, ‘…कोई बोलेगा नहीं, कोई बोलगा नहीं इंडस्ट्रियलिस्ट फ्रेंड, मैं यह बात खुलेआम कहूंगा…एक माहौल पैदा करना होगा…यूपीए 2 में तो हम किसी को भी गाली दे सकते थे..
आप अच्छा काम कर रहे हैं, उसके बाद भी हम आपको क्रिटिसाइज ओपनली करें, कॉन्फिडेंस नहीं है कि आप एप्रीशियट करेंगे।’ खास बात यह है कि इस कार्यक्रम में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी, आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला और भारती एंटरप्राइजेस के सुनील भारती मित्तल भी मौजूद थे।
राहुल बजाज ने ये बातें ऐसे वक्त में कही हैं जब एक दिन पहले ही पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने नैशनल इकॉनमी एन्क्लेव में समाज में ‘डर के माहौल’ की बात कही थी। सिंह ने कहा था, ‘कई कारोबारी मुझसे कहते हैं कि वे सरकारी एजेंसियों द्वारा उत्पीड़न के खौफ में जी रहे हैं। कारोबारी नई प्रोजेक्ट लाने में झिझक रहे हैं।’ द इंडियन एक्सप्रेस ने भी शनिवार को बताया था कि किस तरह भारत की जीडीपी से जुड़े ताजे आंकड़ों पर उद्योग जगत ने पूरी तरह चुप्पी साध ली।
बता दें कि भारत की जीडीपी की दर 2019-20 की दूसरी तिमाही में महज 4.5 प्रतिशत रही थी, जो 2012-13 के जनवरी से मार्च वाली तिमाही के बाद सबसे न्यूनतम विकास दर है। जीडीपी के आंकड़ों पर कारोबारी जगत की चुप्पी उस रवैए के उलट है, जब सितंबर में सरकार की ओर से कॉरपोरेट टैक्स में छूट दी गई थी। उस वक्त कारोबारी जगत ने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए खुलकर अपने विचार रखे थे।
बजाज के सवाल पर अमित शाह ने कहा कि अगर वह कह रहे हैं कि कोई खास तरह का माहौल बन गया है तो किसी को डरने की जरूरत नहीं है। शाह ने कहा कि हमें मिलकर इस माहौल को बदलने की कोशिशें करनी होगी। अमित शाह ने कहा, ‘मगर फिर भी आप जो कह रहे हैं कि एक माहौल बना है, हमें भी माहौल को सुधारने का प्रयास करना पड़ेगा…लेकिन मैं इतना जरूर कहना चाहता हूं कि किसी को डरने की कोई जरूरत नहीं है…ना कोई डराना चाहता है…ना कुछ ऐसा करा है जिसके खिलाफ कोई बोले तो सरकार को चिंता है…यह सरकार बेहद पारदर्शी ढंग से चली है, और हमें किसी भी प्रकार के विरोध का डर नहीं है, और कोई करेगा भी तो उसके मेरिट्स देखकर हम अपने आप को इंप्रूव करने का प्रयास करेंगे।’
राहुल बजाज ने संसद में प्रज्ञा ठाकुर के बयान का मामला भी उठाया। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि पीएम ने कहा था कि उनके लिए प्रज्ञा ठाकुर को माफ करना आसान नहीं होगा, इसके बावजूद महिला बीजेपी सांसद को सदन के कंसलटेटिव कमेटी का सदस्य बना दिया गया। बजाज ने लिंचिंग की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, ‘एक हवा पैदा हो गई है, इनटॉलरेंस की हवा है- हम डरते हैं…कुछ चीजों को हम बोलना नहीं चाहते हैं पर देखते हैं कि कोई दोषी ही नहीं साबित हुआ अभी तक।’
शाह ने कहा कि उन्होंने और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जैसे सीनियर भाजपा नेताओं ने ठाकुर के बयान की निंदा की थी। शाह ने कहा, ‘न तो बीजेपी और न ही सरकार ऐसे बयानों का समर्थन करती है। हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।’ लिंचिंग के मसले पर जवाब देते हुए शाह ने कहा, ‘लिंचिंग पहले भी होता था, आज भी होता है- शायद आज पहले से कम ही होता है…पर यह भी ठीक नहीं है कि कोई दोषी साबित नहीं हुआ है। लिंचिंग वाले बहुत सारे केस चले और समाप्त भी हो गए, सजा भी हुई है, पर मीडिया में छपा नहीं है…विनीत जी यहां पर हैं, अगर ढूंढकर छापेंगे तो हमारे लिए थोड़ा अच्छा होगा।’ बता दें कि विनीत जैन टाइम्स ग्रुप के एमडी हैं।