नागपुर. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने गुरुवार को दक्षिण मध्य रेलवे के एक इंजीनियर को 1.80 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया. सीबीआई की कार्रवाई के बाद पूरे नागपुर मंडल में खलबली मच गई है. हालाकि बुधवार रात से कुछ न कुछ गड़बड़ होने की चर्चा रेलवे में चल रही थी लेकिन सीबीआई ने गोपनीय तरीके से काम किया. पकड़ा गया इंजीनियर ए.बी. चतुर्वेदी बताया गया. वह दक्षिण मध्य रेलवे में असिस्टेंट डिवीजनल इंजीनियर पद पर कार्यरत है.
रेलवे कांट्रैक्टर रितेश सुभाष सुराना की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया. रितेश वर्धा स्थित मेसर्स सुभाष फत्तेचंद सुराना कंपनी के संचालक हैं. उनकी कंपनी को रेलवे ट्रैक मेंटेनेंस का कांट्रैक्ट मिला था. कंपनी द्वारा 89.55 लाख रुपये का काम किया गया. इसका बिल चतुर्वेदी के कार्यालय में प्रस्तुत किया गया लेकिन पिछले 6 महीनों से चतुर्वेदी बिल क्लियर करने के लिए आनाकानी कर रहे थे. सुराना ने चतुर्वेदी से मिलकर बातचीत की तो बिल क्लियर करवाने की एवज में 2 प्रश मतलब 1.80 लाख रुपये का कमीशन मांगा. सुराणा ने परेशान होकर सीबीआई कार्यालय में शिकायत की.
वेरिफिकेशन में यह साबित हो गया कि रिश्वत के लिए ही चतुर्वेदी ने बिल अटका रखा था. बुधवार की रात सीबीआई ने मामला दर्ज किया. गुरुवार को चतुर्वेदी ने सुराना को पैसे लेकर अपने कार्यालय में मिलने बुलाया. सीबीआई की टीम ने वहां जाल बिछा लिया. जैसे ही सुराना ने रकम हाथ में ली सीबीआई की टीम ने दबोच लिया. इसके साथ ही सीबीआई की टीमों ने चतुर्वेदी के घर और कार्यालय की तलाशी भी शुरू कर दी. देर रात तक जांच चल रही थी. चतुर्वेदी को शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर हिरासत मांगी जाएगी.