नागपुर: हमारी पृथ्वी के समंदर में जल धाराएं किस तरह काम करती हैं। पानी का तापमान कहां कितना और खारापन कहां किस समुद्र के पानी का कितना है इसकी सटीक जानकारी एक नजर में रमण साइंस सेंटर में उपलब्ध हो सकेगी। दरअसल जर्मनी की कम्पनी ग्लोबोसेस की ओर से ‘साइंस ऑन ए स्फीयर’ विषय पर आधारित एक शो तैयार किया गया है। इस शो में विभिन्न ग्रहों की विस्तृत जानकारियां उपब्ध कराई जाएंगी। जर्मनी की यह कम्पनी ने अब तक देश के केवल चार केंद्रों में ही यह शो उपलब्ध कराया है।
नागपुर पांचवा ऐसा केंद्र होगा जहां यह शो देखने का मौका विद्यार्थियों के साथ अध्यनकर्ताओं के िलए एक बेशकीमती ज्ञान का स्रोत बनकर उभरेगा। इस साइंस स्फीयर के डेटा नेशनल ओशनिक एटमॉस्फेरिक एसोसिएशन द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। करीब 500 से अधिक विषयों के सेट्स इस ऑडिटोरियम के ग्लोब में देख सकेंगे।
केंद्र के एन. रामदास अइयर ने शो के प्रीमियर के दौरान बताया कि इसे 30 नंबर को शुरू करने की अनुमति मुख्यालय से मांगी गई है, मंजूरी मिलते ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। इस 40 किलो वजनी और 1.73 मीटर डायमीटर वाले फाइबर ग्लोब में किसी भी गृह को देखा जा सकता है। रियल टाइम परिस्थितियां भी देखने मिल सकती हैं। चांद के एक्लिप्सेस भी देखने मिल सकते हैं। किसी भी गृह की सतह की जानकारियां उपलब्ध हो सकेंगी। केवल यही नहीं खुद पृथ्वी को किसी भी देश और काल में देखा जा सकेगा। इससे विद्यार्थियों को अपने कंसेप्ट क्लीयर करने में बहुत मदद मिलेगी। प्रीमियर के दौरान कम्पनी के अधिकारी हेमन वॉकमर व रमण विज्ञान केंद्र के अन्य अधिकारी मौजूद थे।