नागपुर: उपराजधानी में रामझूले पर मर्सिडीज हादसे मामले में माधुरी सारडा अभी भी पुलिस की गिरफ्तारी से बच रही है। उसकी सहेली, आरोपी रितू मालू, ने सोमवार को तहसील थाने में आत्मसमर्पण कर दिया। इस हादसे में दो युवाओं की मौत हुई थी। नशे में धुत होकर मर्सिडीज कार चलाकर युवकों को कुचलने के मामले में रितू मालू सवा चार महीने से फरार थी। सोमवार दोपहर 12:45 बजे रितू मालू स्वयं तहसील थाने पहुंची और पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने रितू का मेयो अस्पताल में मेडिकल करवाकर एक दिन के लिए हिरासत में रखने का फैसला किया।
आरोपी रितू मालू ने किया आत्मसमर्पण
रितू सवा चार महीने बाद तहसील पुलिस थाना पहुंची। मंगलवार को उसे अदालत में पेश किया जाएगा और पुलिस हिरासत की मांग की जाएगी। रामझूले पर मर्सिडीज हादसे में हुई दो युवाओं की मौत के मामले में पुलिस को रितू से कई सवालों के जवाब लेने हैं। पुलिस कोर्ट से पीसीआर की मांग करेगी। उल्लेखनीय है कि जमानत अर्जी खारिज होने के बाद पुलिस ने मालू को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाईं और उसके परिवार के सभी सदस्यों को भी हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की। तकनीकी जांच के आधार पर लगातार उसकी लोकेशन ट्रैक की गई और रिश्तेदारों के मोबाइल फोन भी निगरानी में रखे गए थे।
मेडिकल जांच क्यों नहीं कराई?
25 फरवरी की देर रात नागपुर पुलिस ने दोनों आरोपी महिलाओं की नशे में होने पर उनकी मेडिकल जांच क्यों नहीं कराई। आखिर उन्हें कैसे छोड़ दिया गया? मालूम हो कि 25 फरवरी की आधी रात को डेढ़ बजे के करीब नागपुर रेलवे स्टेशन के पास रामझूले पर भयानक मर्सिडीज हादसा हुआ था।
फरार रही रितू कहां थी?
सवाल यह उठ रहा है कि इतने दिनों से फरार रितू मालू आखिर कहां थी? इस बीच किसने उसकी मदद की, आर्थिक सहायता किसने की, वह किसके संपर्क में थी? इन सवालों के जवाब पुलिस को रितू से लेने हैं। ज्यादा दिन तक फरार रहने के बाद अंत में कोई विकल्प नहीं बचता देख मालू ने सोमवार दोपहर को तहसील पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। उसकी गिरफ्तारी से पुलिस ने राहत की सांस ली है।