नागपुर– विदर्भ के 13 लाख व्यपारियो की अग्रणी संस्था नाग विदर्भ चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स के अध्यक्ष अश्विन मेहाड़िया के हाथों चेम्बर के प्रांगण में ऑनलाइन व्यापार रूपी रावण का दहन किया गया. इस दौरान अश्विन मेहाड़िया ने कहा की वर्तमान में बढ़ते हुए ऑनलाइन व्यापार के कारण भारत का स्थापित खुदरा व्यापारी एवं पारंपारिक व्यापार व्यवस्था पतन की ओर बढ़ रही है तथा छोटे तथा मझोले व्यापारियों का अस्तित्व खतरे में आ गया है.
अगर ऐसी ही परिस्थिति बनी रही तो, व्यापारी जो स्वयं अपने प्रतिष्ठान का मालिक है, वह अपना व्यापार बंद कर दुसरो के यहां नौकरी करने को मजबूर हो जाएगा.
चेम्बर के सचिव रामअवतार तोतला ने कहा की ऑनलाइन व्यापार में पारदर्शिता तथा कड़े सरकारी दिशा निर्देश न होने के कारण ग्राहकों को भी नुक्सान उठाना पड़ता है. ऑनलाइन व्यापार की अनुचित प्रतिस्पर्धा होने से ग्राहकों को प्रलोभनों द्वारा आकर्षित किया जा रहा है. जिसके कारण स्थापित बाजार से बाहर होते जा रहे है. छोटे व् मझोले व्यापारी को पारंपारिक व्यापार में 5 से 7 % तक अधिक खर्च उठाना पड़ता है.
अंत : सरकार ने ऑनलाइन व्यापार करनेवाली कंपनियों के लिए जीएसटी की उच्चतम दरें लागू करनी चाहिए. तांकि स्थापित व्यापारी वर्ग स्वयं को बाजार की प्रतिस्पर्धा बनाएं रखने के साथ साथ रोजगार भी उपलब्ध करा सके.