मांग न पूरी करने पर होगा तीव्र आंदोलन
महाराष्ट्र राज्य शिक्षक परिषद की चेतावनी
नागपुर: राज्य भर के शिक्षकों ने रविवार को दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन किया। शिक्षकों ने चेतावनी दी कि यदि पुरानी पेंशन योजना को पुन: लागू नहीं किया गया तो तीव्र आंदोलन होगा।
1 नवंबर, 2005 से पहले बिना सब्सिडी वाले / आंशिक रूप से सब्सिडी प्राप्त स्कूल में नियुक्त शिक्षक और नॉन टीचिंग कर्मचारी लिए दिनांक 31 अक्तूबर 2005 और 29 नवंबर 2010 को जारी किए सरकारी आदेशानुसार 1982 की पुरानी पेंशन योजना के लाभ से वंचित है। इस अन्याय के खिलाफ लगातार आंदोलन हो रहे हैं और शिक्षक अपनी आवाज उठा रहे हैं। लेकिन सरकार ने पीड़ित शिक्षकों की समस्याओं से अवगत होने के बावजूद कोई उचित फैसला नहीं किया है। इसलिए शिक्षकों में तीव्र आक्रोश पैदा हो गया है।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि इस दौरान विधायकों की सरकारी पेंशन पूर्ववत जारी रही और समय-समय पर बढ़ती भी रही, लेकिन शिक्षकों और नॉन टीचिंग कर्मचारियों की पेंशन रोकी गई। यह रवैया अत्यंत अनुचित एवं भेदभावपूर्ण है।
इस दोहरी नीति के चलते राज्य में शिक्षकों में तीव्र आक्रोश है। पीड़ित शिक्षकों ने सरकार की 31 अक्तूबर 2005 और 29 नवंबर 2010 को जारी किए गए निर्णय रद्द करने और दोबारा 1 नवंबर 2005 से पहले की पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग की।