Published On : Fri, Jun 1st, 2018

उत्पादन एवं बिजली-घरों को कोयला-प्रेषण में वेकोलि ने रिकार्ड बनाया

Chandrapur Power plant

नागपुर: कोल इंडिया लिमिटेड की अनुषंगी कंपनी वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (वेकोलि) ने वर्तमान वित्तीय वर्ष के प्रथम दो महीने में कोयला-उत्पादन एवं प्रेषण में रिकार्ड स्थापित किया है। इससे बिजली घरों को कोयला-प्रेषण में अब तक की सर्वाधिक वृद्धि दर्ज़ की गयी है। कोयला-प्रेषण में इस वृद्धि के आलोक में, वेकोलि से सम्बद्ध विद्युत ताप गृहों की कोयले की मांग पूरी करने के प्रति कम्पनी पूर्णतः तैयार है।

अप्रैल और मई 2018 के दौरान 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज़ करते हुए कम्पनी ने 6.69 मिलियन टन लक्ष्य के मुकाबले 6.9 मिलियन टन उत्पादन किया है। इसी तरह, वेकोलि ने गत दो महीनों में 9 मिलियन टन से अधिक कोयला-प्रेषण कर, पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 23.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज़ की है।

Gold Rate
Monday 03 Feb. 2025
Gold 24 KT 82,400 /-
Gold 22 KT 76,600 /-
Silver / Kg 93,300 /-
Platinum 44,000/-
Recommended rate for Nagpur sarafa Making charges minimum 13% and above

उल्लेखनीय है कि, वेकोलि से सम्बद्ध (लिंक्ड) बड़े विद्युत् उपभोक्ता महाजेनको और मध्यप्रदेश पॉवर जेनरेशन कम्पनी लिमिटेड हैं. वर्ष के दौरान, वेकोलि अपने उत्पादन का करीब 70 प्रतिशत कोयला महाजेनको को और 10 प्रतिशत मध्यप्रदेश पॉवर जेनरेशन कम्पनी लिमिटेड को आपूर्ति करती है। इनके अलावा वेकोलि एन टी पी सी, अदानी, रिलायंस, जी एम आर, बजाज सहित गुजरात एवं कर्नाटक की प्रदेश विद्युत् कम्पनियों के साथ कई अन्य उद्योगों को भी कोयले की आपूर्ति करती है।

वेकोलि ने अप्रैल और मई, 2018 में विद्युत् क्षेत्र को 1641 रेक कोयला प्रेषित कर एक रिकार्ड बनाया है, जो पिछले वर्ष की इस अवधि में (1253 रेक) की तुलना में 31 प्रतिशत अधिक है। इस अवधि के दौरान, कम्पनी ने कुल 1698 रेक कोयला प्रेषित किया जो गत वर्ष की तुलना में 23 प्रतिशत ज्यादा है। पिछले वर्ष यह संख्या 1380 थी। कोयला-प्रेषण में यह सफलता विशेषकर मध्य रेलवे, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, दक्षिण मध्य रेलवे तथा वेकोलि द्वारा रेलवे साइडिंग स्तर पर लगातार की जा रही मोनिटरिंग के कारण सम्भव हो पायी है।

अपने दो बड़े उपभोक्ताओं; महाजेनको एवं मध्यप्रदेश पॉवर जेनरेशन कम्पनी लिमिटेड के साथ पूर्ण समन्वय स्थापित कर, निर्धारित व्यवस्था के अनरूप वेकोलि प्रतिदिन के आधार पर कोयले का प्रेषण कर रही है। इससे दोनों प्रदेश विद्युत् गृहों को सुगमता से कोयला-आपूर्ति हो रही है और इस अवधि में उन बिजली घरों को कोयले की कमी का सामना नहीं करना पड़ा है।

प्रतिदिन 1 लाख टन से अधिक कोयला-उत्पादन एवं 1.5 लाख टन से अधिक डिस्पैच तथा 9 मिलियन टन से अधिक उपलब्ध कोयला भंडार के आलोक में, वेकोलि ऊर्जा एवं गैर ऊर्जा क्षेत्र के उपभोक्ताओं की मांग को मॉनसून और उसके आगे भी पूरी करने के लिए पूर्णतः आश्वस्त है।

इस सम्बन्ध में एक महत्वपूर्ण पहलू का जिक्र यहाँ प्रासंगिक है कि, 24 मई, 2018 को सम्पन्न वेकोलि बोर्ड की बैठक में, कम्पनी ने महाजेनको को, वेकोलि के नागपुर क्षेत्र में पाइप कन्वेयर बेल्ट डिस्पैच सिस्टम के निर्माण की अनुमति दी है। इस व्यवस्था से, महाजेनको के खापरखेडा और कोराडी बिजली संयंत्र को प्रतिवर्ष 7 मिलियन टन कोयला, नागपुर क्षेत्र की चिन्हित पांच खदानों से आसानी से भेजा जा सकेगा। इसी तरह, वेकोलि और महाजेनको के बीच, चंद्रपुर क्षेत्र में समान व्यवस्था करने पर बातचीत हुई है, जिससे चंद्रपुर ताप विद्युत गृह को पाइप कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से 4 मिलियन टन कोयला मिलेगा।

वेकोलि ने उमरेड में महाजेनको के प्रस्तावित विद्युत संयंत्र को मकरधोकड़ा 3 तथा 1 से कोयला उपलब्ध करवाने पर भी चर्चा की है। अभी हाल ही में, महाराष्ट्र सरकार के माननीय ऊर्जा मंत्री, महाजेनको के प्रबंध निदेशक और वेकोलि प्रबन्धन के साथ हुई बैठक में, खापरखेडा और कोराडी विद्युत संयंत्र को और ज्यादा खदान का पानी देने पर सहमति बनी है, जिससे नागपुर शहर के लिय पेंच डैम का पानी का उपयोग हो सकेगा। इसके पूर्व, वेकोलि और महाजेनको के बीच भानेगांव ओपन कास्ट खदान से 6.48 मिलियन गैलन पानी प्रतिदिन देने के सहमति-पत्र (MoU) पर हस्ताक्षर किया जा चुका है।

उल्लेखनीय है कि, वर्ष- 2017-18 के दौरान वेकोलि ने 46.2 मिलियन टन कोयला-उत्पादन एवं 48.7 मिलियन टन कोयला-प्रेषण की उपलब्धि हासिल की है। वर्ष 2018-19 में वेकोलि का 52.5 मिलियन टन कोयला-उत्पादन एवं 59.7 मिलियन टन कोयला-प्रेषण का लक्ष्य है। वर्तमान वृद्धि-दर के साथ टीम वेकोलि (Team WCL) उत्पादन एवं प्रेषण; दोनों लक्ष्य-प्राप्ति हेतु तथा कम्पनी द्वारा पुनः एक नया रिकार्ड बनाने के लिए उत्साहित, तत्पर एवं प्रतिबद्ध हैं।

Advertisement