नागपुर. जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी द्वारा संघ बिल्डिंग और हेडगेवार स्मृति मंदिर की रेकी किए जाने के मामले की जांच राज्य के डीजी संजय पांडे ने एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) को सौंप दी है. इस प्रकरण में सभी एजेंसियों की बड़ी विफलता सामने आई है. 20 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अवंतीपुरा, पुलवामा निवासी रईस अहमद शेख असादुल्ला शेख (26) को गिरफ्तार किया था. वह पिछले 1 वर्ष से जैश के आपरेशनल कमांडर ओमर के संपर्क में था.
नया चेहरा होने के कारण ओमर ने उसे संघ मुख्यालय और हेडगेवार भवन की रेकी करने का जिम्मा सौंपा. 13 जुलाई को वह कश्मीर से विमान द्वारा मुंबई और वहां से नागपुर आया. पीओके में बैठे ओमर के दिशा-निर्देश पर उसने दोनों स्थानों की रेकी की और वापस लौट गया. वहां पूछताछ के बाद इसका खुलासा हुआ और नागपुर पुलिस को जानकारी दी गई. कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया और डीसीपी चिनमय पंडित के नेतृत्व में एटीएस और सिटी पुलिस की संयुक्त टीम ने श्रीनगर जाकर रईस से पूछताछ भी की. अब जांच महाराष्ट्र एटीएस को सौंप दी गई है. जानकार इसे एजेंसियों का बड़ी विफलता बता रहे है.
इंटेलिजेन्स ब्यूरो, राज्य का स्टेट इंटेलिजेन्स विभाग, नागपुर एटीएस, सिटी पुलिस की विशेष शाखा और एटीसी सेल होने के बावजूद जैश की स्लीपर सेल में काम करने वाला व्यक्ति नागपुर आकर रेकी कर चला गया. किसी एजेंसी को कोई खबर नहीं थी. यदि जम्मू-कश्मीर पुलिस की पूछताछ में यह खुलासा नहीं होता तो स्थानीय एजेंसियों को हवा तक नहीं लगती.