रिलायंस जियो का बहुप्रतिक्षित 4जी फीचर फोन आज लॉन्च हो सकता है। फोन की लॉन्चिंग रिलायंस इंडस्ट्रीज ऐनुअल जेनरल मीटिंग (एजीएम) में हो सकती है। रिलायंस इंडस्ट्रीज की 40वीं ऐनुअल जेनरल मीटिंग आज मुंबई में हो रही है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी स्पीच दे रहे हैं।
जियो के सभी यूजर्स को फोन फ्री में मिलेगा, जबकि 3 साल के लिए 1,500 रुपये सिक्योरिटी के रूप में जमा होंगे। तीन साल बाद पूरा पैसा वापस होगा।
इस फोन के साथ लाइफटाइम फ्री कॉलिंग, 153 रुपये में अनलिमिडेट डाटा, मैसेज मिलेगा। जियो के धना धना धन प्लान सिर्फ 153 रुपये में मिलेंगे।
5 नंबर को दबाकर रखने पर इमरजेंसी मैसेज भेजा जा सकेगा। मैसेज में यूजर्स की लोकेशन भी होगा।
फोन में खास फीचर वॉयस कमांड है जिसकी मदद से बोलकर कॉल किया जा सकता है। इसके अलावा बोलकर गाने भी सुने जा सकते हैं।
फोन में खास फीचर वॉयस कमांड है जिसकी मदद से बोलकर कॉल किया जा सकता है।
देश के अधिकतर फीचर फोन यूजर्स स्मार्टफोन यूजर्स से ज्यादा पैसे कॉलिंग और मैसेज के लिए खर्च कर रहे हैं।
अगने 9 महीने में देश के 90 फीसदी आबादी पर जियो की धाक होगी।
भारत में 78 करोड़ मोबाइल फोन हैं।
इनमें से 50 करोड़ फीचर फोन हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा फ्री टू पेड माइग्रेशन है।
इस समय जियो के पास 100 मिलियन से ज्यादा पेड ग्राहक हैं।
रोज जियो से 250 करोड़ मिनट फ्री कॉलिंग होती है।
6 महीने में भारत में डाटा यूज की 20 करोड जीबी से 120 करोड़ जीबी पहुंच गया है।
जियो के ग्राहक 125 करोड़ जीबी डाटा हर महीने यूज करते हैं। इस मामले में हमने चीन को भी पीछे छोड़ा है।
रोज जियो से 250 करोड़ मिनट फ्री कॉलिंग होती है।
इस प्यार के लिए आप सभी का शुक्रिया
जियो ने बहुत ही तेजी से ग्राहकों को जोड़ा।
1977 में निवेश किया गया 1 हजार रुपया आज 16,54,503 हो गया है।
1977 में जहां कंपनी में 3500 कर्मचारी थे, वहीं इस समय उनकी संख्या 2,50,000 है।
1977 में जहां 100 रुपये के शेयर की वैल्यू लगभग 16 लाख हो गई है।
हमारे बिजनेस में 40 सालों में 10 हजार गुना बढ़ोतरी हुई
बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज एजीएम 2016 में मुकेश अंबानी ने जियो का ऐलान किया था। इस मीटिंग का पूरा फोकस 500 रुपये वाले 4जी फोन पर है। हालांकि यह साफ नहीं है कि फोन की कीमत 500 रुपये ही होगी, लेकिन बताया जा रहा है कि फोन की कीमत 2,000 रुपये से कम होगी।
Kokilaben Ambani breaks down, briefly, when Mukesh Ambani dedicates the growth of Reliance Industries to his father, Dhirubhai Ambani.