Published On : Wed, Apr 5th, 2023
By Nagpur Today Nagpur News

नागपुर के प्रसिद्ध डॉ. रवि वैरागड़े ने अंग का सफलतापूर्वक किया निर्माण।

Chronic असाध्य बीमारीयो का मिला नया उपचार, जड़ से इलाज
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एपिजेनेटिक होम्योपैथी के माध्यम से जेनेटिक उपचार का एक नया उदाहरण; chronic असाध्य बीमारीयो का मिला नया जड़ से उपचार; अनुसंधान का पहला चरण सफलतापूर्वक पूरा। अब चाहे जेनेटीक बीमारी हो या chronic असाध्य बीमारी – एपिजेनेटीक होमीयोपँथी एक नयी उम्मीद । एडव्हांसड हेल्थ मे होता है यह जड़ से अद्भुत उपचार।

नागपुर : देश चिकित्सा के क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है होम्योपैथी दुनिया में दूसरे बडे चिकित्सा पद्धति के रूप में उभरा है। साथ ही उपचार की इस पद्धति से जेनेटिक स्वास्थ्य, माईंड ट्रांसप्लांट एवं एपीजेनेटिक विशेषज्ञ के रूप में नागपुर के डॉ. रवि वैरागड़े पूरे देश विदेश में प्रसिद्ध हैं। डॉ. वैरागड़े ने अपने उपचार के माध्यम से शरीर के अंग(गुप्तांग) का निर्माण करने का कारनामा कर दिखाया है, जो अपने आप में एक अविश्वसनीय उपलब्धि है। इस घटना से एक बच्चा पूरी तरह सामान्य जीवन जी रहा है।

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डॉ. रवि वैरागडे और उनकी टीम पिछले 28 वर्षों से पूरे भारत और विदेशों में सेमिनारों के माध्यम से असाध्य रोगों के इलाज के बारे में जागरूकता फैला रही है। इसी दौरान 4 साल पहले उनकी मुलाकात बँगलोर में एक परिवार से हुई जिसकी समस्या बहुत गंभीर और अलग थी क्योंकि उनके बेटे का जन्म से निजी अंग था ही नहीं। इस घटना से परिवार पूरी तरह से सदमे में था। इस बीमारी मे बच्चे के गुप्तांग तयार नही होते और ये समझना मुश्किल हो जाता है कि ये बच्चा लडका है या लडकी। इसे Ambigous Genitalia या Intersex भी कहा जाता है।

ढाई साल तक यह बच्चा बिना किसी लैंगिक identity के रहा। ये उनके परिवार के लिये बोहोत मुश्किल समय था। उनके डॉ. रवि वैरागड़े से मुलाकात के बाद डॉ. वैरागड़े की टीम ने इस चुनौती को स्वीकार किया और 1 से 1.5 वर्षों के एपिजेनेटिक होम्योपैथी के माध्यम से जेनेटिक उपचार के जरिये उपचार कर इस गुप्तांग को सफलतापूर्वक विकसित किया। आज 7 साल का यह बच्चा एक सामान्य बालक के समान सामान्य जीवन जी रहा है। इस अद्भुत इलाज ने चिकित्सा क्षेत्र में एक नई उम्मीद जगाई है।

डॉ. रवि वैरागड़े का एडवांस हेल्थ असाध्य रोगों के जड़ से इलाज के लिए प्रसिद्ध है। दुनिया के कोने-कोने से लोग यहां इलाज के लिए आते हैं। जिसमे फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, दुबई, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और दुनिया के देशो का समावेश है। असाध्य रोगों का जड़ से इलाज यहां होता है। हर बीमारी की जड़ जीन्स में होती है। इन जीन्स पर काम करके असाध्य रोगों के जड़ से इलाज का कारनामा डॉ. रवि वैरागड़े के माध्यम से जेनेटिक होलीस्टीक उपचार पद्धति से किया जा रहा है।

एलोपैथिक उपचार में कई रोग ऐसे होते हैं जिनका संपूर्ण उपचार नहीं होता, जैसे कि chronic बीमारीयॉ, non communicable diseases. लेकिन Epigenetic होम्योपैथी में उन असाध्य रोगों को ठीक किया जा सकता है। chronic पँक्रियाटायटीस, कैंसर, अग्न्याशय और गुर्दे की बीमारियों के 4 लाख से अधिक मामले डॉ. रवि वैरागड़े द्वारा उपचार किये गए है। पिछले 28 वर्षों से वे इस पद्धति से इलाज कर रहे हैं। एड्व्हान्स्ड हेल्थ से उपचार लेकर आज के लोग सामान्य जीवन व्यतीत कर रहे है और इसकी जानकारी यूट्यूब पर dr. Ravi Vairagade इस चैनेल पर उपलब्ध है जिसमे 1000 से ज्यादा व्हिडियो और 200 से अधिक सफल उपचार के इंटरव्युह मौजुद है।

डॉ. रवी वैरागडे की ऍडव्हान्स हेल्थ टीम मे 10 डॉक्टर्स के अलावा ऑनलाइन कंसल्टेशन एक्सपर्ट्स, कॉउन्सिलर्स, डाइटिशन्स, लाइफस्टाइल एक्सपर्ट और बड़ी मात्रा में सपोर्ट टीम कार्य कर रही है। एडवांस्ड हेल्थ अपनी सेवाएं खुदके क्लिनिक्स, सुसज्जित हॉस्पिटल एवं आरोग्यम 360 हीलिंग सेंटर द्वारा देश विदेश में पहुचा रहे है।

इस टीम के माध्यम से देश और विदेशोमे भी ऑनलाइन सेवाओ के माध्यम से जेनेटिक व एपीजेनेटिक इलाज को ‘ट्रीट फ्रॉम होम’ का कंसेप्ट द्वारा घर घर तक पहुचाया जा रहा है। इसी के साथ फ्री टेलिकन्सल्टेशन के द्वारा एपीजिनेटिक व जेनेटिक इलाज के बारे में जागरूकता के साथ एक नई उम्मीद जगाई जा रही है। इससे नाउम्मिदी में एक नई उम्मीद को जगाने का प्रयास किया जा रहा है।इसके लिए

drravi@idealcure4u.com पर घर बैठे निशुल्क टेलिपरामर्श के लिए संपर्क किया जा सकता है या यूट्यूब पर कमेंट में लिखा जा सकता है, या फिर www.advancedhealth.in इस वेबसाइट पर सम्पर्क किया जा सकता है, ऐसी जानकारी डॉ. रवि वैरागडेने पत्रपरिषद में दी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉ. रवि वैरागड़े BHMS, डॉ. मीनल वैरागड़े MBBS, डॉ. आकाश मघड़े BHMS इन्होंने संबोधित किया।

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