नागपुर: वरिष्ठ समाजसेवी एवं एक हजार से ज्यादा बच्चियों की ‘माँ’ सिंधुताई सपकाल ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और केन्द्रीय राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गड़करी से महाराष्ट्र की सड़कें दुरुस्त कराने और गरीब-गुरबों की असमय जाती ज़िन्दगी को बचाने की करुण गुहार लगायी है। पुणे के पास हाइ-वे पर गुजरते समय सिंधुताई के आँखों के सामने ख़राब सड़क के चलते एक भयानक दुर्घटना होते टली।
सिंधुताई समीप के ही टोल नाके पर पहुँची और वहां के अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनायी। सिंधुताई सपकाल की पीड़ा है कि मुंबई-पुणे हाइ-वे पर सड़क जगह-जगह ख़राब है और इस हाइ-वे पर हर दिन दर्जनों जान जाती हैं और जान गंवाने वाले ज्यादातर लोग तंग आर्थिक हालात के शिकार लोग ही होते हैं, क्योंकि उनकी जान की किसी को फ़िक्र नहीं होती। न ही उन्हें समय से अस्पताल पहुँचाने की कोशिश की जाती है और न ही अस्पताल में इन गरीब-गुरबों का उपचार सही ढंग से किया जाता है।
सिंधुताई के अनुसार इस वजह से कई परिवार अनाथ हो रहे हैं और कई महिलाओं के माथे का सिन्दूर असमय ही मिट रहा है। इसलिए सिंधुताई सपकाल ने देवेन्द्र फड़णवीस और नितिन गड़करी से मार्मिक अपील की है कि एक सड़क के दुरुस्त हो जाने से कितनी ही जानें बचायी जा सकती हैं और कितने ही परिवारों को उजड़ने से बचाया जा सकता है।
सिंधुताई ने कहा कि वह भी विदर्भ से आती हैं और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और केन्द्रीय राजमार्ग मंत्री भी विदर्भ से ही आते हैं, विदर्भवासी हमेशा जीवनदाता की ही भूमिका में रहे हैं, अतः दोनों मंत्रियों को चाहिए कि वे विदर्भ की माटी का हक़ अदा करें और सड़क दुर्घटना में अब किसी का भी परिवार न उजड़ने दें।