नागपुर: विद्यार्थियों के भविष्य के साथ लापरवाही बरतने को लेकर काटोल के कॉलेज पर जुर्माना लगाया गया है. नागपुर विश्वविद्यालय की बोर्ड ऑफ़ स्टडीज की बैठक में लापरवाही के लिए काटोल स्थित नबीरा महाविद्यालय को 7 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है. यह जुर्माना महाविद्यालय को 30 नवंबर तक जमा करना होगा. जुर्माना नहीं भरने पर अगले वर्ष से कॉलेज में विद्यार्थियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी जाएगी. कुछ दिन पहले एनएसयूआई संगठन की ओर से नागपुर के परीक्षा भवन में प्रदर्शन किया गया था. जिसके बाद नबीरा महाविद्यालय द्वारा बरती गई लापरवाही सामने आई थी.
नबीरा महाविद्यालय में कुल 36 विद्यार्थियों के महाविद्यालय ने परीक्षा फॉर्म नहीं भरे थे. जिसके कारण विद्यार्थियों को परीक्षा के आईकार्ड नहीं मिले. विद्यार्थियों के आईकार्ड नहीं आने पर महाविद्यालय के बाबुओं ने मैन्युअली सभी विद्यार्थियों को आईकार्ड बनाकर दिए. लेकिन किसी भी विद्यार्थी का रिजल्ट नहीं आया. कुछ दिन पहले एक कमिटी गठित की गई थी. जिसमें यह पता चला था कि इस पूरे मामले में विद्यार्थियों की कोई गलती नहीं थी. जिसके बाद कॉलेज पर कार्रवाई की गई. जांच में कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही सामने आने के बाद बोर्ड ऑफ़ स्टडीज ने नबीरा महाविद्यालय पर जुर्माना लगाया है.
इस बारे में एनएसयूआई के प्रदेश सचिव अभिषेक सिंह ने कहा कि कॉलेज पर जो कार्रवाई की गई है, वह पूरी तरह से उचित है. संगठन की ओर से मांग की गयी थी कि कॉलेज की मान्यता रद्द की जाए.इस पूरे मामले में नागपुर यूनिवर्सिटी के प्र-कुलगुरु प्रमोद येवले ने बताया कि 36 विद्यार्थियों का नुकसान नहीं होने दिया गया है. उनका रिजल्ट लगा दिया गया है. कॉलेज पर 7 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है, जिसे कॉलेज को नवंबर 30 तक भरना होगा.