मामला सरकारी दस्तावेजों में धोखधड़ी कर मुफ़्त में प्रवेश लेने का।
मुफ़्त शिक्षा के अधिकार अंतर्गत प्रवेश देने के लिए उच्च न्यायालय के आदेश अनुसार वेरिफ़िकेशन कमिटी का गठन किया गया है लेकिन अब पालाको द्वारा झूठे दस्तावेज़ बनाकर कमिटी के सामने प्रस्तुत कर प्रवेश लेने के अनेक मामले सामने आए हैं लेकिन यह मामला बहुत ही गंभीर है जहाँ पालक ने स्वयं ४२० कर जाली दस्तावेज़ तैयार किए और समिति द्वारा सरकारी प्राची नहीं मिलने पर एडमीशन को रोके जाने पर समिति पर पोर्टल बंद होने का बहाना बताकर प्रवेश लिया
लेकिन दस्तावेज़ में त्रुटि होने के कारण इस को मोहम्मद शाहिद शरीफ़ चेयरमैन आर टि ई एक्शन कमेटी द्वारा ऑनलाइन पुष्टि करने पर दस्तावेज़ की जानकारी १७/६/२०२१ मिली इसी के आधार पर रजिस्ट्रार कार्यालय से सर्टिफाइड कॉपी ली गई जिसमें किराया पत्र जून महीने का बनवाया गया और प्रवेश के लिए जाली किराया पत्र जनवरी माह का प्रस्तुत किया गया क्यों के नियम में आवेदन करते समय का ही दस्तावेज़ होना अनिवार्य था और इसी कारण अनेक प्रवेश रद्द हुए हैं
यह मामला भारती विद्या भवन चीज़ भवन शाखा का है आवेदन क्रमांक 21NG033192 अजय दीपक समुद्र ने पालक ने ४२० की है।हामी पत्र के अनुसार पालक ने दिया है कि यदि किसी भी प्रकार की दस्तावेजों में गड़बड़ी पाए जाने पर आपराधिक मामला तथा प्रवेश रद्द होने की कार्रवाई वहन करेगा। इसी के आधार पर प्रवेश रद्द किया जाएगा और आपराधिक मामला दर्ज होने की कार्रवाई की जाएगी ।