नागपुर : नागपुर में महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले दिन आज महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद का मुद्दा विपक्षी दल के नेता अजीत पवार ने उठाया, जिसको लेकर सदन में काफी हंगामा हुआ।
सरकार पर हमला बोलते हुए श्री पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से सीमा विवाद के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक का ब्योरा सार्वजनिक करने की मांग की। पवार ने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक के मुख्यमंत्रियों की गृह मंत्री श्री अमित शाह के साथ हुई बैठक को सार्वजनिक करना चाहिए और अगर राज्य सरकार सीमा विवाद के मुद्दे पर कोई प्रस्ताव लेकर आती है तो हम इसका समर्थन करेंगे।
श्री पवार ने दावा किया कि एक लोकसभा सांसद को कर्नाटक सरकार ने बेलगावी जाने से रोक दिया और यह घटना केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक के बावजूद हुई।
उन्होंने सवाल किया कि एक निर्वाचित प्रतिनिधि को कहीं भी जाने से कैसे रोका जा सकता है। इसके अलावा, श्री पवार ने कहा कि जिला प्रशासन ने शिवसेना सांसद धैर्यशील माने को बेलगावी में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
उनकी बात पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा कि सीमा विवाद का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और कहा कि यह पहली बार है कि जब केंद्रीय गृह मंत्री ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है और हमने अपना पक्ष बहुत स्पष्टता के साथ रखा है।