नासिक: अंधविश्वास के आरोप लगने के बाद महाराष्ट्र के विवादित दक्षिणपंथी नेता संभाजी भिड़े को यह साबित करना होगा कि उनके बाग का आम खाने से आखिर बच्चे कैसे पैदा होते हैं। भीमा-कोरगांव हिंसा के बाद चर्चा में आए भिड़े ने कहा था कि उनके बगीचे के आम खाने के बाद कई दंपतियों को बेटा पैदा हुआ है।
एनएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि एक सामाजिक कार्यकर्ता ने भिड़े के दावे को झूठा बताते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क किया था। इसके बाद उनके बयान पर नासिक महानगरपालिका (एनएमसी) ने नोटिस जारी किया है। नोटिस में एनएमसी ने भिड़े से पूछा है कि वह उन दंपतियों के नाम बताएं, जिन्हें उनके खेत के आम खाने के बाद बच्चे हुए हैं। उनसे अपने दावे को साबित करने को भी कहा गया है।
बता दें कि नासिक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भिड़े ने यह विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि आम पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
अभी तक बिना बच्चों वाले 180 दंपतियों ने मुझसे फल लिया और उनमें से 150 को बच्चा हुआ। अगर कोई दंपति बेटा चाहता है तो उन्हें ये आम खाने के बाद बेटा होगा। बांझपन का सामना कर रहे लोगों के लिए यह आम फायदेमंद है। मैंने अपनी मां के अलावा कभी किसी को यह नहीं बताया। इससे पहले भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा के मामले में ‘श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान’ के संस्थापक संभाजी भिड़े के खिलाफ केस दर्ज हुआ था।