नागपुर: चंद्रपुर शहर के पास अजयपुर रेती घाट के समीप वन विभाग के पेट्रोलिंग दस्ते पर रेत माफिया ने अचानक आधी रात को हमला कर दिया। इस वारदात के बाद से वन विभाग के महकमें में हड़कम्प मचा हुआ है। घटना को अंजाम देने में राजनीतिक दल के कार्यकर्ता का हाथ होने से कार्रवाई में दबाव बनने के भी आरोप लग रहे हैं। घटना वन व वित्त मंत्री सुधीर मुनगंटीवार के गृह नगर से जुड़ी होने के कारण तूल पकड़ रही है। वन विभाग के गलियारों में चर्चा है कि दोषी आरोपियों के गिरफ्तार न किए जाने की स्थिति में वन विभाग के कर्मचारी लेखनी बंद आंदोलन कर सकते हैं।
सूत्रों के मुताबिक सोमवार – मगलवार की दरम्यानी रात तकरीबन साढ़े बारह बजे वन विभाग का पेट्रोलिंग दस्ता गश्त कर रहा था। अचानक उन्हें एक ट्रैक्टर गुजरता दिखाई दिया। ट्रैक्टर को रोक कर कागजात आदि पूछे जाने पर संबंधित ट्रैक्टर चालक ने फोन कर अपने मालिक को बुलाया। मालिक स्कॉर्पियो गाड़ी में तकरीबन 7 से 8 साथियों की टोली के साथ पहुंचा और वन विभाग के पेट्रोलिंग टीम पर हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि संबंधित हमलावर रेत माफिया राजनीतिक दल से संबंध रखता है। उसकी ओर से वन विभाग के दस्ते से जबरन लिखित में वसूली करने की बता लिखवाई।
इतना ही नहीं इस घटना में सहायक वन रक्षक की रिवॉल्वर भी छीने जाने की जानकारी प्राप्त हो रही है। लगभग घंटे भर चले इस एक्शन ड्रामा के बाद वन विभाग की टीम रामनगर पुलिस थाने पहुंच कर मामले की एफआईआर दर्ज कराई। लेकिन चंद्रपुर शहर के ऊंचे कॉन्टैक्टवाले लोगों का इसमें हाथ होने की चर्चा है जिससे मामले को लेकर भारी दबाव होने की भी चर्चा जोरों पर है।