नागपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का संघ के घोष पथक का विशेष प्रस्तुतिकरण शनिवार को किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह घोष पथक संघ के इतिहास का अहम हिस्सा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से संगीत के क्षेत्र की जानी मानी हस्तियों को संघ की संगीत साधना से अवगत होने का अवसर भी प्राप्त हुआ। संघ के नागपुर घोष विभाग द्वारा दिए गए प्रस्तुतीकरण में 40 रचनाओं को उपस्थितों के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इसमें से कुछ रचनाएँ खुद संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत ने तैयार की है।
आम आदमी और विशेष तौर से संगीत क्षेत्र से जुडी हस्तियों को संघ की संगीत साधना से अवगत करना इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य था। इस दौरान आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर खास तौर से उपस्थित थे। 1926 में आरएसएस की शुरुवात के साथ से ही घोष पथक संघ की संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है। 90 वर्षो के इतिहास में अपनी अहम भूमिका रखने वाले घोष पथक को सेना के बैंड से प्रभावित होकर आत्मसाथ किया गया था।
कार्यक्रम में शास्त्रीय और सिने जगत के संगीत क्षेत्र से जुड़े कई बड़े चेहरे प्रमुखता से उपस्थित थे। जिसमें पार्श्व गायक उदित नारायण, मणिप्रसाद, सुरेश तलवलकर, सुचित्रा साफिकर, पं. सुरेश वाडकर पत्नी पद्मा वाडकर के साथ, अनुराधआ पौडवाल, अनु मलिक, पं. अतुल उपाध्याय, रेणु मजूमदार, पं. उन्नीकृष्णन के साथ अन्य हस्तिया प्रमुखता से उपस्थित थी।